भागलपुर : सूबे को पूरी तरह से भ्रष्टाचार पर नियंत्रण करने के लिए सरकार ने एक विशेष योजना चलायी है. मंत्रिमंडल के सचिवालय विभाग के लिये गये संकल्प में राज्य के सर्वांगीण विकास करना है, जिसके तहत पूरे सूबे को भ्रष्टाचार मुक्त बनाना है. सीएम नीतीश कुमार की सरकार ने भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस […]
भागलपुर : सूबे को पूरी तरह से भ्रष्टाचार पर नियंत्रण करने के लिए सरकार ने एक विशेष योजना चलायी है. मंत्रिमंडल के सचिवालय विभाग के लिये गये संकल्प में राज्य के सर्वांगीण विकास करना है, जिसके तहत पूरे सूबे को भ्रष्टाचार मुक्त बनाना है. सीएम नीतीश कुमार की सरकार ने भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति को दृढ़तापूर्वक लागू कर सभी स्तरों पर भ्रष्टाचार नियंत्रण के लिए ठोस प्रयास किया है. सरकार भ्रष्टचार की जड़ चाहे कहीं भी हो समूल खत्म करने का प्रण लिया है.
इसको लेकर सरकार के मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह ने 17 अक्तूबर 2017 को सूबे के सभी प्रधान सचिव, सचिव, प्रमंडलीय आयुक्त, क्षेत्रीय पुलिस महानिरीक्षक, पुलिस उप महानिरीक्षक, जिलाधिकारी और सभी पुलिस अधीक्षक को इस अभियान चलाने को लेकर पत्र भेजा है. भेजे पत्र में कहा गया है कि पूरे राज्य में 30 अक्तूबर से चार नवंबर तक यह अभियान चलाया जायेगा.
यह विशेष अभियान सतर्कता अभिचेतना सप्ताह के रूप में मनाया जायेगा. सभी पदाधिकारियों को भेजे पत्र में मुख्य सचिव श्री सिंह ने कहा है कि यह कहने की आवश्यकता नहीं होनी चाहिए कि लोक प्रशासन में भ्रष्टाचार जन-जीवन को आक्रांत और कुत्सित करता है. एक स्वच्छ, सक्रिय और निष्ठावान प्रशासन-तंत्र ही राज्य में प्रगति का मार्ग प्रशस्त कर सकता है.
30 अक्तूबर को लिया जायेगा संकल्प
मुख्य सचिव ने लिखे पत्र में कहा है कि राज्य के सभी लोक सेवकों द्वारा भ्रष्टाचार निवारण संकल्प सुबह 11 बजे लिया जायेगा. विषय पर वाद-विवाद व लेख प्रतियोगिता का आयोजन किया जाये और प्रतियोगिता में प्रथम से तृतीय स्थान पाने वाले प्रतिभागी को पुरस्कृत किया जायेगा.
यह लिया जायेगा प्रतिज्ञा
जीवन के सभी क्षेत्रों में ईमानदारी और कानून के नियमों का पालन करूंगा
न रिश्वत लूंगा,न ही रिश्वत दूंगा.
सभी कार्य ईमानदारी और पारदर्शी रीति से करूंगा.
जनहित में सभी कार्य करूंगा.
अपने आचरण में ईमानदारी दिखा उदाहरण प्रस्तुत करूंगा.
भ्रष्टाचार की किसी भी घटना की रिपोर्ट उचित एजेंसी को दूंगा.