खरीक: खरीक थाना क्षेत्र के उस्मानपुर चमरूदास टोले में विवाहिता की हत्या कर शव को केले के खेत में दफना देने का मामला सामने आया है. महिला के परिजनों की सूचना पर पुलिस ने रविवार को देर रात जमीन की खुदाई कर महिला के शव को बाहर निकाला. महिला की पहचान उस्मानपुर चमरूदास टोला के […]
खरीक: खरीक थाना क्षेत्र के उस्मानपुर चमरूदास टोले में विवाहिता की हत्या कर शव को केले के खेत में दफना देने का मामला सामने आया है. महिला के परिजनों की सूचना पर पुलिस ने रविवार को देर रात जमीन की खुदाई कर महिला के शव को बाहर निकाला. महिला की पहचान उस्मानपुर चमरूदास टोला के गुड्डू मंडल की पत्नी फुहिया देवी(25) के रूप में की गयी है. विवाहिता की हत्या छह अक्तूबर को ही उसके पति ने करके शव को दफना दिया था. पति गुड्डू मंडल उसकी मां कबली देवी समेत अन्य परिजन छह अक्तूबर से ही फरार हैं.
खरीक थाने में मृतका के पिता इस्माइलपुर थाने के महादेवपुर बंसगढ़ा के गणेश मंडल ने मृतका के पति गुड्डू मंडल, सास कबली देवी के अलावा इस्माइलपुर थाने के महादेवपुर बंसगढ़ा के किशन मंडल, रूपेश मंडल, जालंधर मंडल को नामजद किया है. पुलिस ने सोमवार को शव को पोस्टमार्टम करवाने के लिए नवगछिया अनुमंडलीय अस्पताल भेजा.
शव पूरी तरह से क्षत विक्षत होने नवगछिया अनुमंडलीय अस्पताल से शव को पोस्टमार्टम कराने के लिए भागलपुर जिला अस्पताल भेजा गया है. देर रात पुलिस ने शव परिजनों को सौंप दिया . खरीक थानाध्यक्ष सुदीन राम ने कहा कि इस मामले में आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए संभावित ठिकाने पर छापेमारी की जा रही है. जल्द ही सभी आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया जायेगा.
अपने पति को छोड़ फुहिया ने प्रेमी पर किया था भरोसा : उस्मानपुर का गुड्डू मंडल, फुहिया देवी का दूसरा पति था. फुहिया देवी की पहली शादी मुंगेर के हेमजापुर के छित्तन महतो से वर्ष 2014 में हुई थी. जानकारी के अनुसार लंबे समय से गुड्डू मंडल का इस्माइलपुर के बंसगढ़ा में आना-जाना था. इस दौरान फुहिया और गुड्डू के बीच प्रेम हुआ था. दोनों शादी करना चाहते थे, लेकिन घर वाले तैयार नहीं थे और अंतत: फुहिया देवी की शादी मुंगेर के हेमजापुर के छित्तन महतो से कर दी गयी. शादी के बाद फुहिया देवी को एक पुत्र भी हुआ, जो अब ढ़ाई साल का है. वर्ष 2016 में फुहिया देवी और उसका प्रेमी गुड्डू मंडल मुंगेर से भाग गये. मामले में गुड्डू मंडल व अन्य के विरुद्ध प्राथमिकी भी दर्ज करायी गयी थी. गुड्डू मंडल को जेल की हवा भी खानी पड़ी, लेकिन बरामदगी के बाद फुहिया देवी ने बयान दिया कि उसका अपहरण नहीं हुआ था. वह अपने प्रेमी और अब पति गुड्डू मंडल के साथ स्वेच्छा से गयी थी और अब उसी के साथ पति-पत्नी के रूप में रहना चाहती है. उस वक्त फुहिया देवी को गुड्डू मंडल की मां कबली देवी को सुर्पुद किया गया. जब गुड्डू मंडल जेल से छूट कर आया, तो वह फुहिया के साथ पति-पत्नी के रूप में रहने लगा. इस बीच फुहिया को एक पुत्री हुई जो अब पांच माह की है.
पड़ोसी ने दी मृतका के पिता को सूचना
मृतका के पिता गणेश मंडल का कहना है कि छह अक्तूबर को उसे सूचना मिली की उसकी पुत्री की हत्या कर दी गयी है. वह लोग उस्मानपुर पहुंचे, तो देखा कि पूरा परिवार गायब है. उन लोगों ने पुलिस को सूचना दी. पुलिस ने छानबीन प्रारंभ की, लेकिन मामले का पता लगाना इतना आसान नहीं था. तब पुलिस ने गुड्डू मंडल के रिश्तेदारों का ठोह लेना शुरू किया, तो तुलसीपुर के एक रिश्तेदार ने हत्या की पूरी बात बतायी. रविवार को थानाध्यक्ष सुदीन राम ने जमीन की खुदाई कर शव को बाहर निकाला. जब गुड्डू मंडल और फुहिया काफी लंबे समय से एक दूसरे से प्रेम करते थे, तो उसने फुहिया देवी की हत्या क्यों कर दी. इस बिंदु पर पुलिस छानबीन कर रही है.दर्ज प्राथमिकी में मृतका के मायके के तीन लोगों को नामजद किया गया है. मृतका के पिता का कहना है कि उसके गांव के लोगों की मदद से ही गुड्डू मंडल ने उसकी पुत्री की हत्या की है. गुड्डू मंडल का उसके इन तीनों ग्रामीणों के साथ लंबे समय से जान पहचान है. बात यह भी सामने आ रही है कि मृतका के दोनों बच्चों को लेकर गुड्डू मंडल फरार है.