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सृजन मामले में कोर्ट ने सुरक्षित रखा आदेश, घोटाले के आरोपितों को रिमांड पर लेगी सीबीआइ

पटना/भागलपुर: सृजन घोटाले में सीबीआइ की टीम ने भागलपुर में बंद आरोपितों को पटना मेें दर्ज मामले में रिमांड पर लेने के लिए आवेदन दिया है. सीबीआइ जांच टीम ने सोमवार को विशेष मजिस्ट्रेट गायत्री कुमारी की अदालत में सृजन घोटाले के आरोप में भागलपुर जेल में बंद आरोपितों को रिमांड पर लेने की अनुमति […]

पटना/भागलपुर: सृजन घोटाले में सीबीआइ की टीम ने भागलपुर में बंद आरोपितों को पटना मेें दर्ज मामले में रिमांड पर लेने के लिए आवेदन दिया है. सीबीआइ जांच टीम ने सोमवार को विशेष मजिस्ट्रेट गायत्री कुमारी की अदालत में सृजन घोटाले के आरोप में भागलपुर जेल में बंद आरोपितों को रिमांड पर लेने की अनुमति मांगी है. कोर्ट ने इस मामले में सीबीआइ का पक्ष जानने के बाद आदेश सुरक्षित रख लिया है. सीबीआइ ने अपनी दलील में कहा है कि जिन आरोपितों को गिरफ्तार किया गया है, उनसे अलग से पूछताछ जरूरी है जिससे अन्य कई महत्वपूर्ण तथ्य उजागर हो सकते हैं.

गौरतलब हो कि सृजन घोटाले में दिल्ली सीबीआइ की विशेष टीम द्वारा मामले की जांच की जा रही है. इस मामले में कुल दस प्राथमिकी दर्ज की गयी है. सूत्रों के मुताबिक सीबीआइ की विशेष अदालत इस मामले में मंगलवार को अपना आदेश सुना सकती है. मंगलवार को आदेश नहीं आया, तो छह अक्तूबर को पूजा अवकाश के बाद इस पर फैसला आ सकता है.

जेल में बंद आरोपित
1. प्रेम कुमार (डीएम के स्टेनो), 2. अरुण कुमार सिंह (बैंक ऑफ बड़ौदा के पूर्व मैनेजर), 3. अजय पांडेय (इंडियन बैंक के कर्मी), 4. बंशीधर (फर्जी बैंक स्टेटमेंट तैयार करने का आरोप) 5. राकेश यादव (नाजिर, जिला परिषद), 6. राकेश झा (नाजिर, भू-अर्जन), 7. सरिता झा (सृजन की प्रबंधक), 8. एससी झा (सृजन के ऑडिटर), 9. अरुण कुमार (जिला कल्याण पदाधिकारी), 10. विनोद कुमार (ड्राइवर), 11. अतुल कुमार (बैंक ऑफ बड़ौदा का असिस्टेंट मैनेजर).
जेल में बंद 12वें आरोपित कल्याण विभाग के नाजिर महेश मंडल की मौत हो चुकी है. एक अन्य आरोपित अरुण कुमार सिंह अस्पताल में भर्ती है.
22 अगस्त को पुलिस ने भी लिया था रिमांड पर
22 अगस्त को पुलिस ने तीन आरोपितों को चार दिनों के लिए रिमांड पर लिया था. इनमें डीएम के स्टेनो प्रेम कुमार, नाजिर राकेश झा और वंशीधर झा शामिल थे. सृजन मामले की सीबीआइ जांच भागलपुर व सहरसा में हो रही है. भागलपुर के थानों में दर्ज नौ मामले और सहरसा में दर्ज एक मामले की जांच की जा रही है.
जब्त कंप्यूटर-सीपीयू लेकर इंस्पेक्टर गये दिल्ली
सृजन महिला विकास सहयोग समिति से जब्त कंप्यूटर व सीपीयू को लेकर शहर के एक थाने के पुलिस अधिकारी दिल्ली गये हैं. दिल्ली में सीबीआइ के आला अधिकारियों को कंप्यूटर व सीपीयू सौंपी जायेगी. सीपीयू में कैद सृजन को लेकर कई सफेदपोशों के काले कारनामे उजागर हो सकते हैं.
साथ ही घोटाले से जुड़े कई सुराग सीबीआइ को मिल सकते हैं. इससे सृजन से लेन-देन की जानकारी भी मिल सकती है. माना जा रहा है कि सृजन घोटाले की जांच में जब्त कंप्यूटर बहुत मददगार साबित हो सकता है. बताया जा रहा है कि इशाकचक थाना के इंस्पेक्टर रामइकबला प्रसाद यादव दिल्ली गये हैं.
सृजन घोटाले से जुड़े तीन अन्य केस जिसे सीबीआइ ने अभी तक नहीं लिया है. सुत्राें ने बताया कि उसके कागजात को लेकर भी पुलिस अधिकारी दिल्ली गये हैं. प्राथमिकी सहित अन्य कागजात सीबीआइ को सौपेंगे. सृजन घोटाला उजागर होने के बाद जांच को भागलपुर पहुंची एसआइटी टीम ने सृजन के सबौर स्थित कार्यालय पर जाकर वहां मिले कई दस्तावेज, कंप्यूटर, कैश बुक सहित अन्य दस्तावेज जब्त कर लिया था. बाद में जब इस जांच की कमान सीबीआइ को मिली तो भागलपुर पहुंची सीबीआइ टीम के हवाले कार्यालय से जब्त दस्तावेज, कंप्यूटर आदि को एसआइटी ने सौंप दिया था.

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