भागलपुर: जीटीएम मॉल में सृजन फर्जीवाड़े के किंगपिन माने जा रहे विपिन शर्मा की आधा दर्जन से अधिक दुकानें बुक हैं. विपिन शर्मा और उनकी पत्नी के नाम से कम से कम सात दुकानें खरीदी गयी हैं. यही नहीं सृजन की संचालिका मनोरमा देवी की कुछ दुकानें हैं. इसके अलावा सृजन के कुछ अन्य आरोपियों […]
भागलपुर: जीटीएम मॉल में सृजन फर्जीवाड़े के किंगपिन माने जा रहे विपिन शर्मा की आधा दर्जन से अधिक दुकानें बुक हैं. विपिन शर्मा और उनकी पत्नी के नाम से कम से कम सात दुकानें खरीदी गयी हैं.
यही नहीं सृजन की संचालिका मनोरमा देवी की कुछ दुकानें हैं. इसके अलावा सृजन के कुछ अन्य आरोपियों की भी दुकानें हैं. सीबीआइ इस मामले की जांच कर रही है. बताया जा रहा है कि जीटीएम मॉल में कुछ दुकानों के खरीदार ऐसे हैं, जिनका सृजन से कोई लेना-देना नहीं है. लेकिन सीबीआइ उन लोगों से भी पूछताछ कर सकती है.
जैसे दिल्ली के एक दुकान खरीदने वाले को सृजन से जुड़े पीके घोष के रूप में समझा जा रहा है. हालांकि ये वह पीके घोष नहीं हैं. दिलचस्प बात यह है कि सृजन के ज्यादातर आरोपियों ने मॉल में पहले और दूसरे फ्लोर पर ही महंगी कीमत देकर खरीदी दुकान खरीदी है. सृजन घोटाले के जो आरोपित जेल में बंद हैं उनके कई रिश्तेदारों के नाम से भी जीटीएम मॉल में दुकानें बुक हैं. राकेश कुमार और अमरेंद्र यादव ने अपने रिश्तेदारों के नाम दुकानें बुक करायी हैं. एसआइटी ने पूरी सूची सीबीआइ को सौंप दी है.