भागलपुर: भागलपुर लोकसभा में शांति पूर्व मतदान कराने के लिए 20 कंपनी पारा मिलिटरी फोर्स की मांग मुख्यालय से की गयी है. राज्य में 10 अप्रैल को होने वाले प्रथम चरण के चुनाव के बाद भागलपुर में पारा मिलिटरी फोर्स के पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया है. भागलपुर पुलिस जिले में 1376 बूथों पर मतदान होना है. इसमें चार थानों के करीब दो सौ बूथ नक्सल प्रभावित हैं.
सुरक्षा के लिहाज से बूथों को चार श्रेणियों में बांटा गया है. अति संवेदनशील, विशिष्ट संवेदनशील, संवेदनशील और सामान्य. 2009 के लोकसभा चुनाव में आठ कंपनी पारा मिलिटरी फोर्स की तैनात उक्त बूथों पर की गयी थी. लेकिन इस बार 12 कंपनी ज्यादा फोर्स की मांग एसएसपी ने की है. पुलिस जिले को चार सेक्टर में बांटा गया है.
चुनाव से पूर्व आये चार कंपनी पारा मिलिटरी फोर्स को इन सेक्टरों में तैनात किया गया है. सुल्तानगंज, पीरपैंती, जगदीशपुर और भागलपुर शहर को ध्यान में रख कर फोर्स की तैनात की योजना बनायी गयी है. इसके अलावा जिले के 1700 पुलिस बल और अफसरों को चुनाव में लगाया गया है. नक्सल प्रभावित इलाकों में पड़ने वाले बूथ और उससे जुड़े रास्तों में एंटी सबरेटाज जांच (लैंड माइंस की जांच) होगी, ताकि यह पता चल सके कि नक्सलियों ने कहीं बारूदी सुरंग तक नहीं लगा रखा है. डीप मेटल सर्च, खोजी कुत्ते से पारा मिलिटरी को लैस किया गया है. डी माइनिंग से पूरे इलाके को खंगाला जा रहा है. जिले में कुल 51 चेक नाका और ड्राप गेट बनाया गया है. साहेबगंज, जमुई, बांका आदि जिलों की सीमा पर विशेष चौकसी बरती जा रही है.