पेच. शहर की जर्जर सड़कों का फंस सकता है काम, बढ़ेगी परेशानी
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स्मार्ट सिटी में सड़कों का निर्माण अटका, प्रस्ताव लौटाने की तैयारी
पेच. शहर की जर्जर सड़कों का फंस सकता है काम, बढ़ेगी परेशानी भागलपुर : स्मार्ट सिटी में शामिल अंदरूनी शहर की सड़कों के निर्माण का मामला अटक गया है. पथ निर्माण विभाग कार्य प्रमंडल, भागलपुर से भेजे गये प्रस्ताव को हेडक्वार्टर लौटाने की तैयारी में है. हालांकि, प्रस्ताव पर अभी मंथन चल रहा है. प्रस्ताव […]
भागलपुर : स्मार्ट सिटी में शामिल अंदरूनी शहर की सड़कों के निर्माण का मामला अटक गया है. पथ निर्माण विभाग कार्य प्रमंडल, भागलपुर से भेजे गये प्रस्ताव को हेडक्वार्टर लौटाने की तैयारी में है. हालांकि, प्रस्ताव पर अभी मंथन चल रहा है. प्रस्ताव लौटने का प्रमुख कारण फंड का पेच बताया जा रहा है. दरअसल फंड की ऑथोरिटी जिसके पास रहती है, उनको ही प्रशासनिक स्वीकृति देने का अधिकार होता है. यहां फंड की ऑथोरिटी स्मार्ट सिटी बोर्ड के पास है, तो पथ निर्माण विभाग योजना को स्वीकृत नहीं कर सकता है.
ऐसे में स्मार्ट सिटी की सड़कों के निर्माण की उम्मीद फिलहाल नहीं की जा सकती है. मालूम हो कि स्मार्ट सिटी में शीतला स्थान चौक से हबीबपुर (वैकल्पिक बाइपास), तिलकामांझी-चंपानगर वाया आदमपुर रोड एवं घूरनपीर बाबा से मिरजानहाट जाने वाली रोड को शामिल किया गया है. लगभग एक साल से पथ निर्माण विभाग, पटना में सड़क निर्माण की योजना का प्रस्ताव लंबित है. स्मार्ट सिटी की घोषणा को लगभग डेढ़ साल बीत चुके हैं. छह माह पहले से ही फंड आना भी शुरू है मगर, स्मार्ट सिटी बोर्ड और पथ निर्माण विभाग के पेच में सड़कों का निर्माण फंसा है.
कहां फंस रहा मामला : फंड की ऑथोरिटी किसी और के पास, तो कोई दूसरा कैसे दे सकता प्रशासनिक स्वीकृति
इन सड़कों के निर्माण पर लगा ग्रहण
वैकल्पिक बाइपास (शीतला स्थान चौक से हबीबपुर) : स्मार्ट सिटी में दक्षिणी शहर का इकलौता रोड शीतला स्थान चौक से हबीबपुर तक के लिए निर्माण योजना का प्रस्ताव है. रोड को तोड़ कर निर्माण कराने की योजना है. रोड निर्माण पर लगभग साढ़े तीन करोड़ खर्च होना है. मालूम हो कि वैकल्पिक बाइपास निर्माण के दौरान रोड के इस हिस्से को नजरअंदाज कर दिया गया था. वैकल्पिक बाइपास का निर्माण साल 2014 में हुई थी. लगभग आठ करोड़ खर्च आया था.
तिलकामांझी-चंपानगर वाया आदमपुर रोड : तिलकामांझी-चंपानगर वाया आदमपुर रोड को भी स्मार्ट सिटी में शामिल किया गया है. इस सड़क के निर्माण पर लगभग 10 करोड़ खर्च करने की योजना है. रोड निर्माण सहित इसका चौड़ीकरण होना है. एस्टिमेट स्वीकृति के लिए मुख्यालय में लंबित है. इस रोड का निर्माण लगभग पांच साल पहले हुआ है. ओपीआरएमसी योजना से मरम्मत होता रहा है. तिलकामांझी से घूरनपीर बाबा चौक तक लगभग एक किमी लंबी सड़क का निर्माण भी 10 साल में दो बार दो-दो करोड़ की लागत से हुई है.
घूरनपीर बाबा चौक-शीतला स्थान चौक वाया भीखनपुर रोड : स्मार्ट सिटी में एसएम कॉलेज रोड से कचहरी चौक, भीखनपुर होकर शीतला स्थान चौक तक रोड सहित फुटपाथ बनाने की योजना है. यह रोड लगभग साढ़े तीन किमी लंबी है. इसका निर्माण पांच साल पहले हुआ है.
फंड की ऑथोरिटी जिसके पास रहती है, उनको ही प्रशासनिक स्वीकृति देने का अधिकार होता है.
पैसे खर्च करने की ऑथोरिटी किसी और के पास रहे एवं कोई दूसरा प्रशासनिक स्वीकृति दे, ऐसा कभी नहीं हुआ है. दोनों पावर जिसके पास रहता है, वही स्वीकृति दे सकता है. तकनीकी स्वीकृति के लिए कहा जाये, तो भले ही मिल सकती है. इसके चलते ही प्रस्ताव हेडक्वार्टर में लंबित है. फिर भी रिमाइंडर भेजा जायेगा मगर, स्मार्ट सिटी में शामिल सड़कों के निर्माण की फिलहाल उम्मीद कम है.
राम सकल सिंह, कार्यपालक अभियंता, पथ निर्माण विभाग कार्य प्रमंडल, भागलपुर
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