भागलपुर: मतदान केंद्र बने सरकारी विद्यालयों में बिजली कनेक्शन लेने में लापरवाही बरती तो प्राचार्यो पर गाज गिर सकती है. चुनाव आयोग का कड़े निर्देश व जिला प्रशासन का कड़ा रूख देखते हुए जिला शिक्षा पदाधिकारी ने विद्यालयों को दो दिन का अल्टीमेटम दिया है.
डीइओ ने कहा है कि लापरवाही बरतने वाले प्राचार्य पर विभाग कड़ी कार्रवाई करेगा, जरूरत पड़ने पर प्रशासनिक कार्रवाई होगी. शुक्रवार को डीइओ ने जिले के नाथनगर, जगदीशपुर, सन्हौला आदि मतदान केंद्र बने सरकारी विद्यालयों का जायजा लिया व विद्यालय में बिजली, पेयजल, शौचालय, रैंप आदि की जानकारी ली. बिजली कनेक्शन के लिए नाथनगर में 40 व जगदीशपुर में 38 प्राचार्य व उनके प्रतिनिधि चक्कर काट रहे थे. बिजली विभाग के कर्मचारी व्यक्तिगत पहचान पत्र की मांग कर रहे थे. नाथनगर में लगे बिजली कैंप में इंजीनियर मौजूद नहीं थे. डीइओ ने इसकी शिकायत डीडीसी से की है.
एक प्रूफ दें, कनेक्शन लें
फ्रेंचाइजी कंपनी के टेक्नीकल हेड मनोज कुमार ने बताया कि कागजी औपचारिकता पूरी करने के लिए केवल प्रूफ के तौर पर पहचान पत्र मांगा गया होगा. ऐसी स्थिति में कन्फ्यूज न हों. बिल संस्था को जारी होगा न कि व्यक्ति को. प्राचार्य स्कूल के पंजीकरण प्रमाण पत्र पर भी कनेक्शन ले सकते हैं. प्राचार्य का हस्ताक्षर अनिवार्य है.चुनाव के मद्देनजर कंपनी खुद पहल कर स्कूलों तक पहुंच रही है और संबंधित स्कूलों में जल्द से जल्द बिजली कनेक्शन चालू कर दिया जायेगा.
कनेक्शन लेने में हो रहे कन्फयूज
कई विद्यालय के प्राचार्य बिजली कनेक्शन लेने में कन्फ्यूज हो रहे हैं. बिजली कनेक्शन लेने के लिए बिल संस्था के नाम जारी होता है. बिजली विभाग विद्यालय प्राचार्य से व्यक्तिगत पहचान-पत्र की मांग कर रहे हैं. कार्यक्रम पदाधिकारी केएन सदा ने बताया कि पहचान पत्र पर प्राचार्य घबरा रहे हैं कि ऐसा करने पर कहीं उनके नाम पर बिल जारी न होने लगे. उन्हें जागरूक करने की आवश्यकता है.