दो माह पूर्व ही भवानीपुर थाना प्रभारी के रूप में योगदान दिया था. 21 जून को पापा घर आये थे. दो दिन छुट्टी पूरा कर 23 जून को पूर्णिया जाकर भवानीपुर थाने में योगदान दिया था. 25 जून को अचानक तबीयत खराब होने की जानकारी मिली. विभाग के अधिकारी ने अस्पताल में भरती कराया था.
परिजन जब तक अस्पताल पहुंचे उनकी मौत हो गयी.किसी को कुछ समझ में नहीं आ रहा था कि अचानक मौत कैसे हो गयी. दरोगा को दो पुत्र, एक पुत्री है. पुत्र दोनों पढ़ाई कर रहे है. दरोगा की पत्नी सुलेखा कुमारी ने बताया कि 24 जून की रात पति से लंबी बातचीत हुई थी. सबकुछ ठीक होने की बात कही. छुट्टी में घर आये थे, तो वह बिल्कुल स्वस्थ थे. दरोगा के असामयिक मौत पर सांसद जयप्रकाश नारायण यादव, विधायक सुबोध राय, पूर्व विधायक फणींद्र चौधरी, अरविंद यादव, नटबिहारी मंडल आदि ने परिवार के प्रति शोक संवेदना प्रकट की.