सबौर : सबौर थाना क्षेत्र के शंकरपुर पंचायत अंतर्गत उसरहिया बहियार के बासा पर बुधवार की देर रात कुंदन मंडल(30) पिता स्व आनंदी मंडल की अपराधियों ने गोली मार कर हत्या कर दी. मृतक घोघा थाना क्षेत्र के पन्नुचक का रहनेवाला बताया जाता है. सुबह खबर मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में ले कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया.
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इधर सबौर में चाचा ने भतीजे को मार डाला
सबौर : सबौर थाना क्षेत्र के शंकरपुर पंचायत अंतर्गत उसरहिया बहियार के बासा पर बुधवार की देर रात कुंदन मंडल(30) पिता स्व आनंदी मंडल की अपराधियों ने गोली मार कर हत्या कर दी. मृतक घोघा थाना क्षेत्र के पन्नुचक का रहनेवाला बताया जाता है. सुबह खबर मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव को […]
इधर सबौर में…
मृतक की मां उमा देवी के बयान पर कैलाश मंडल, छत्री मंडल, निचेतन कुमार, राकेश कुमार और रेखा देवी को मामले में नामजद किया गया है. हत्या का कारण जमीन विवाद बताया जा रहा है. मृतक भी अपराधी प्रवृत्ति का था. उस पर घोघा थाने में अपहरण और आर्म्स एक्ट का मामला दर्ज होने की बात कही जा रही है.
पति की भी हत्या की थी
प्राथमिकी में मृतक की मां उमा देवी ने कहा है कि सुबह पता चला कि मेरे बेटे की हत्या सीने में गोली मार कर की गयी है. घटनास्थल पर आसपास के लोगों ने बताया कि तकरीबन एक बजे गोली चलने की आवाज सुनायी दी थी. तीन वर्ष पहले पति आनंदी मंडल की भी हत्या कर दी गयी थी. तब से मेरा बेटा भी हत्या हो जाने के भय से गांव छोड़ घर से भाग गया था और बाहर ही रहता था. गोतिया लोगों से जमीन विवाद लंबे समय से चल रहा है.
रिश्ते में चाचा कैलाश मंडल, छत्री मंडल दोनों पिता सुखदेव मंडल, निचेतन कुमार, राकेश कुमार दोनों पिता छत्री मंडल और रेखा देवी पति कैलाश मंडल सहित पांचों लोग पूर्व में जान से मारने की धमकी देते थे. कहते थे कि जिंदा रहोगे, तभी न बंटवारा करोगे. उमा देवी ने आरोप लगाया है कि इन लोगों ने ही मिल कर कुंदन मंडल की हत्या कर दी है. हत्या के बाद सभी नामजद आरोपित घर छोड़ कर फरार हैं. घर में कोई नहीं है. फिलहाल गांव में मातमी सन्नाटा पसरा है.
सीने में लगी गोली
ग्रामीणों की मानें तो चार से पांच की संख्या में अपराधी आये और पिस्टल से दाहिने सीने में एक गोली मारी और मृतक ने छटपटाते हुए वहीं दम तोड़ दिया. हालांकि बताया जा रहा है कि तकरीबन एक दर्जन किसानों का बासा वहां है जहां लोग रहते हैं. इतना ही नहीं वह बासा में किसी के साथ सोया था, लेकिन जिसके साथ सोया था वह कुछ भी बताने को तैयार नहीं है. सूत्रों की मानें तो गोली लगने के बाद काफी देर कुंदन जिंदा रहा और चिल्लाया भी,
लेकिन रात होने के कारण कोई मदद करने नहीं आया. जिसने भी सुना वह भी अपराधियों के भय से चुप और अनजान बना रहा. कुंदन घर पर नहीं जाता था. वह दियारा स्थित अपनी जमीन पर खेती करता और करवाता था. वह वहीं सोता भी था. कुंदन पर घोघा थाने में आर्म्स एक्ट व अपहरण का मामला दर्ज है. वह जेल भी जा चुका है. वह अपने अपराध का साम्राज्य दियारा में फैला रहा था.
दो दिन पहले सरपंच से मिली थी, उस समय भी छत्री मंडल ने धमकाया था
मृतक कुंदन मंडल की मां उमा देवी ने बताया कि दो दिन पहले वह पंचायत के सरपंच के पास गयी थी. उमा देवी का कहना है कि सरपंच के पास जाने के बाद भी छत्री ने उसे धमकाया और कहा कि कुछ भी कर ले वह जमीन में हिस्सा नहीं देगा. उमा देवी ने बताया कि घर का माहौल खराब होने की वजह से ही उसके दो बेटे अमित और शिवा मंडल राज्य से बाहर रह कर कमाई करते हैं. उसने बताया कि कुछ महीने पहले उसका बेटा आया था तो उसके चाचा ने पिस्तौल दिखा कर उसे धमकाया था.
पुलिस कई बिंदुओं पर इस हत्या की जांच कर रही है. एक तो हत्या का कारण जमीन विवाद दिख रहा है. वहीं दूसरा कारण साथी अपराधी द्वारा की गयी हत्या भी हो सकती है. सभी बिंदुओं पर अनुसंधान जारी है.
राजीव कुमार, थानाध्यक्ष, सबौर
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