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मोटरसाइकिल से घटना को अंजाम दे रहे अपराधी
बेगूसराय(नगर) : जिले के विभिन्न थाना क्षेत्रों में लगातार हो रही हत्या की घटनाओं से लोगों में जहां दहशत का माहौल बना हुआ है वहीं पुलिस प्रशासन का भी सिरदर्द बढ़ते जा रहा है. एक के बाद एक हत्या की घटनाओं से जिलावासी पुलिस की कार्यशैली पर प्रश्न चिह्न लगा रहे हैं. लोगों का कहना […]
बेगूसराय(नगर) : जिले के विभिन्न थाना क्षेत्रों में लगातार हो रही हत्या की घटनाओं से लोगों में जहां दहशत का माहौल बना हुआ है वहीं पुलिस प्रशासन का भी सिरदर्द बढ़ते जा रहा है. एक के बाद एक हत्या की घटनाओं से जिलावासी पुलिस की कार्यशैली पर प्रश्न चिह्न लगा रहे हैं. लोगों का कहना है कि अगर पुलिस चाह ले तो हत्या की घटनाओं पर अंकुश लग सकता है. अपराधियों में पुलिसिया भय होना जरूरी है.
अधिकांश घटना को बाइक से देते हैं अंजाम : जिले के विभिन्न थाना क्षेत्र में हो रही हत्या पर अगर एक नजर डालें तो अापराधिक घटनाओं को अंजाम देने के लिए अपराधी मोटरसाइकिल का प्रयोग करते हैं.अगर पिछले दिनों की तुलना करें तो 20 नवंबर को नगर थाना क्षेत्र के सब्जी बाजार में हुए मोबाइल व्यवसायी हत्याकांड में भी अपराधियों ने मोटरसाइकिल का प्रयोग किया था.तीन मोटरसाइकिल पर सवार लगभग आठ की संख्या में अपराधियों ने मोबाइल व्यवसायी की हत्या गोली मार की थी.
दूसरी घटना में 27 नवंबर को मटिहानी थाना क्षेत्र के मनिअप्पा निवासी कमलाकांत कुंवर उर्फ बिजली की भी हत्याकांड में मोटरसाइकिल का प्रयोग किया गया था.चार मोटरसाइकिल सवार अपराधियों ने कमलाकांत कुंवर को गोली मार हत्या की थी.वहीं उसकेबड़े भाई संजीव कुंवर को गोली मार घायल कर दिया था. ताबड़तोड़ फायरिंग करते हुए अपराधी मोटरसाइकिल पर चलते बने.
तीसरी घटना में छह दिसंबर को हुए वीरपुर थाना क्षेत्र के जगदर में दवा व्यवसायी इनोद महतो की हत्या भी मोटरसाइकिल सवार अपराधियों ने कर दी थी.तीन मोटरसाइकिलों पर सवार हथियार से लैस अपराधियों ने दुकान पर बैठे दवा व्यवसायी की हत्या दिनदहाड़े कर दी.
कहां से आती है घटना को अंजाम देने के लिए बाइक : पुलिस के लिए सबसे बड़ी चुनौती यह है की हत्या में इस्तेमाल होने वाले मोटरसाइकिल आखिर अपराधी लाते कहां से हैं. क्या वह मोटरसाइकिल लूट की है या कोई निजी लोग के द्वारा उपलब्ध कराये जाते हैं. ज्यादातर मामले में पुलिस हत्या में शामिल अपराधियों को पकड़ने में रहते हैं.पूर्व की घटना को भी अगर लिया जाये तो कई घटनाओं में मोटरसाइकिल का प्रयोग ज्यादा होता है.
वाहन चेकिंग के नाम पर होती है खानापूर्ति : एसपी के निर्देश पर जिले के विभिन्न थाना क्षेत्रों में सघन वाहन चेकिंग करने का फरमान जारी है. इसके बाद भी पुलिस वाहन चेकिंग के नाम पर महज खानापूर्ति करती है. वाहन चेकिंग के नाम पर सामान्य लोगों को ही पुलिस टॉर्चर करती है. वाहन चेकिंग के दौरान एक भी अपराधी पुलिस की गिरफ्त में नहीं आ पाते हैं. जबकि ज्यादातर घटना में अपराधी मोटरसाइकिल का प्रयोग करते हैं.
अपरािधयों पर नजर
जिले के विभिन्न थाना क्षेत्रों में सघन वाहन चेकिंग अभियान चलाने का निर्देश दिया गया है. जिसके तहत वाहन चेकिंग चलाया भी जा रहा है. वाहन चेकिंग के दौरान अपराधियों पर कड़ी नजर रखी जा रही है.इसी का नतीजा है कि लगातार अपराधी पुलिस की गिरफ्त में आ रहे हैं.
रंजीत कुमार मिश्र, एसपी, बेगूसराय
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