हावड़ा जानेवाले याित्रयों को हथिदह जाने की है विवशता
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बेगूसराय से सीधी ट्रेन नहीं रहने से यात्री झेल रहे परेशानी
हावड़ा जानेवाले याित्रयों को हथिदह जाने की है विवशता जिले के 80 फीसदी व्यवसायी कोलकाता से करते हैं कारोबार बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं कोलकाता में करते हैं मेडिकल व इंजीनियरिंग की पढ़ाई ट्रेन पकड़ने की आपाधापी में हो चुके हैं कई हादसे बेगूसराय (नगर) : आजादी के बाद से रेलवे में कई बदलाव आये. सुविधाएं […]
जिले के 80 फीसदी व्यवसायी कोलकाता से करते हैं कारोबार
बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं कोलकाता में करते हैं मेडिकल व इंजीनियरिंग की पढ़ाई
ट्रेन पकड़ने की आपाधापी में हो चुके हैं कई हादसे
बेगूसराय (नगर) : आजादी के बाद से रेलवे में कई बदलाव आये. सुविधाएं बढ़ीं व मार्ग का विस्तार हुआ. कई सरकारें बदलीं और कई रेल मंत्री भी बदले, परंतु रेल सुविधाओं के मामले में बेगूसराय की तसवीर नहीं बदली. जिले के लोग आज तक हावड़ा से सीधी रेल सेवा से नहीं जुड़ पाये हैं.
यह बेगूसराय के लिए बदकिस्मती ही कहा जा सकता है कि हावड़ा जाने के लिए यहां के लोगों को हथिदह जाने की बाध्यता है. अगर बेगूसराय होकर मेन लाइन से आसनसोल-दुर्गापुर होकर हावड़ा के लिए सीधी ट्रेन उपलब्ध होती, तो बेगूसराय में रहनेवाली होनहार इंजीनियरिंग की छात्रा रिया सिन्हा की मौत सड़क हादसे में नहीं होती.
कई बार इस समस्या को लेकर रेल विभाग से लेकर प्रशासनिक आला अधिकारियों का ध्यान आकृष्ट कराया गया. दर्जनों बार आंदोलन भी किया गया, लेकिन आज तक इस समस्या का समाधान नहीं हो पाया. नतीजा है कि बेगूसराय के रेलयात्रियों को परेशानी झेलने के अलावा अपनी जान भी हमेशा जोखिम में डालनी पड़ती है.
जनशताब्दी पकड़ने का प्रयास साबित हो रहा जानलेवा : बेगूसराय के लोगों को हथिदह जाकर हावड़ा मेन लाइन की गाड़ी पकड़ने का प्रयास जानलेवा साबित हो रहा है. ज्ञात हो कि जनशताब्दी हथिदह में सुबह सात बजे है. राजेंद्र पुल पर कार्य बाधित होने से बेगूसराय के हजारों-हजार रेल यात्रियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
सुबह में बेगूसराय से लोग हथिदह तक जाने के लिए टेंपो या अन्य वाहन में सवार होते हैं. लोगों में गाड़ी पकड़ने की आपाधापी रहती है. इस परिस्थिति में कई बार वाहन पर चढ़ने के दौरान नीचे गिर पड़ते हैं या किसी अन्य वाहन की चपेट में आ जाते हैं.
कोलकाता से होता है 80 प्रतिशत व्यापार
बेगूसराय का 80 प्रतिशत व्यापार व कारोबार कोलकाता से ही होता है. प्रतिदिन बड़ी संख्या में बेगूसराय से व्यवसायियों का आना-जाना होता है. सीधी ट्रेन उपलब्ध नहीं होने से व्यापारियों व कारोबारियों को काफी परेशानी होती है, साथ ही व्यवसाय भी कुप्रभावित होता है. जिले के काफी संख्या में छात्र-छात्राएं उत्तर बिहार के आसनसोल, दुर्गापुर, हावड़ा, कोलकाता में मेडिकल, इंजीनियरिंग व मैनेजमेंट की पढ़ाई करते हैं.
इससे प्रतिदिन छात्र-छात्राओं का आना-जाना होता है. परंतु सुविधा के अभाव में इन्हें काफी परेशानी झेलनी पड़ रही है. ज्ञात हो कि लाखों की संख्या में यात्री दक्षिण भारत के विभिन्न शहरों में जाने के लिए हावड़ा पहुंचते हैं. कोलकाता जाने के क्रम में मेनलाइन में कई महत्वपूर्ण शहर आते हैं, जिसमें प्रसिद्ध बाबा नगरी देवघर (जसीडीह), आसनसोल व दुर्गापुर जैसे सुप्रसिद्ध औद्यौगिक, व्यावसायिक व शैक्षणिक नगरी है. नतीजा सालों भर उक्त शहरों के लिए यात्रियों का सैलाब आवागमन करता है. परंतु, आज तक कोई भी गाड़ी मेन लाइन से नहीं दी गयी है.
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