बेगूसराय(नगर) : 26 दिसंबर को दरभंगा में अपराधियों की गोली के शिकार हुए बेगूसराय जिले के शाम्हो प्रखंड निवासी अवकाश प्राप्त शिक्षक श्याम किशोर सिंह के 45 वर्षीय पुत्र मुकेश कुमार की लाश जैसे ही शनिवार की देर रात उनके आवास शहर के सहजानंद नगर में पहुंची की परिजन दहाड़ मारने लगे. शव को देखने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी. ज्ञात हो कि अभियंता मुकेश कुमार दरभंगा के बहेड़ी में रोड निर्माण का कार्य करा रहे थे.
इसी क्रम में अपराधियों ने रंगदारी नहीं देने पर अभियंता को गोलियों से छलनी कर दिया. मौके पर ही अभियंता की मौत हो गयी. जैसे ही परिजनों को अभियंता के मौत की जानकारी दी गयी. उसके बाद बेगूसराय से मृतक के परिवार शव को लाने के लिए दरभंगा रवाना हो गये. दरभंगा में पोस्टमार्टम के बाद शव को परिजनों को वहां के पुलिस प्रशासन ने सौंप दिया. इधर घर पर लोग अभियंता के शव के आने की प्रतीक्षा में बैठे हुए थे. शव के आते ही लोगों में कोहराम मच गया.
मृतक के पिता श्याम किशोर सिंह के अलावे पत्नी व बच्चे का रो-रो कर बुरा हाल हो रहा था. परिवर के लोगों को यह विश्वास ही नहीं हो रहा था कि अपराधियों ने मुकेश की जान ले ली. बताया जाता है कि अभियंता मुकेश बड़े ही सरल स्वभाव के व्यक्ति थे. घटना से कुछ समय पूर्व ही परिवार के लोगों से उनकी बात भी हुई थी.जैसे ही उक्त मनहूस खबर बेगूसराय पहुंचा कि लोगों में अफरा-तफरी का माहौल उत्पन्न हो गया.
रविवार को शहीद अभियंता का शव यात्रा नम आंखों के बीच निकाली गयी. मटिहानी के खोरमपुर गंगा तट पर सैकड़ों लोगों की उपस्थिति में शहीद अभियंता को उनके पुत्र ने मुखाग्नि दी. अपने जवान बेटे को खोकर शिक्षक श्याम किशोर सिंह बेसुध पड़े हुए हैं. वृद्ध पिता के कंधे पर जवान बेटे की अरथी हो तो उस पिता पर क्या गुजरेगा. इसका आकलन लगाया जा सकता है. इधर अभियंता मुकेश के मौत पर उनके पैतृक आवास शाम्हो सरलाही में भी सन्नाटा पसरा हुआ है.लोग इस घटना को शर्मनाक बता रहे हैं.