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बिजली से नहीं लोगों को लगता है बिल से करंट, बिजली बिल की समस्या से जूझ रहे उपभोक्ता (पवन जी के ध्यानार्थ)

बिजली से नहीं लोगों को लगता है बिल से करंट, बिजली बिल की समस्या से जूझ रहे उपभोक्ता (पवन जी के ध्यानार्थ) कार्यालयों में पड़ा रहता बिजली बिल, कार्यालयों का चक्कर लगा कर थक जाते हैं उपभोक्ताबेगूसराय (नगर). बिहार में बिजली बिल के सुधार के लिए चुनाव से पूर्व एवं चुनाव के बाद भी बिहार […]

बिजली से नहीं लोगों को लगता है बिल से करंट, बिजली बिल की समस्या से जूझ रहे उपभोक्ता (पवन जी के ध्यानार्थ) कार्यालयों में पड़ा रहता बिजली बिल, कार्यालयों का चक्कर लगा कर थक जाते हैं उपभोक्ताबेगूसराय (नगर). बिहार में बिजली बिल के सुधार के लिए चुनाव से पूर्व एवं चुनाव के बाद भी बिहार सरकार के द्वारा लगातार प्रयास जारी है. वहीं दूसरी ओर आम आदमी से लेकर बड़े-बड़े व्यावसायियों को भी बिजली आपूर्ति, बिल सहित अन्य मामलों को लेकर जूझना पड़ रहा है. विद्युत विभाग के अधिकारियों की लापरवाही और फ्रेंचाइजी के तहत दिये गये बिजली के बिल में भारी अनियमितता को लेकर बेगूसराय के सभी विद्युत स्टेशनों पर कमोवेश धरना-प्रदर्शन जैसे आंदोलन चलते रहे हैं. इन अधिकारियों की लापरवाही के कारण हजारों की संख्या में बिजली के बिल कार्यालय में कूड़े की तरह पड़े हैं. जबकि बिजली उपभोक्ता बिलों के लिए दर-दर भटक रहे हैं. : विद्युत आपूर्ति में हुआ सुधारबेगूसराय में विगत वर्षों की अपेक्षा आपूर्ति सेवा शहर से लेकर गांव तक बेहतर हुआ. कमोवेश जिले के 70 से 80 फीसदी गांवों में 16 से लेकर 18 घंटे बिजली आपूर्ति हो रही है. जिन गांवों में बिजली के बल्ब जलने को लेकर लोग लालायित रहते थे, वैसे सुदूर गांवों में भी बिजली का तार-पोल पहुंच कर गांवों को जगमग कर रहा है. विद्युत आपूर्ति में सुधार को लेकर जिले के उपभोक्ता संतुष्ट भी दिखाई पड़ते हैं. विद्युत बिल में अब भी लगातार हो रही है गड़बड़ीविद्युत आपूर्ति से इतर जिले में बिजली बिल में गड़बड़ी की शिकायत अभी लगातार जारी है. मामला यहां तक है कि जिन लोगों के बिजली कनेक्शन कई वर्षों पूर्व काट दिये गये हैं उनके बिल अब भी निरंतर जारी है. केवल शहर के पावर हाउस कार्यालय एवं बिजली का बिल बनानेवाले कर्मचारी की बात करें, तो 30 प्रतिशत से अधिक ऐसे बिजली बिल बनते हैं, जिसमें सही तरीके से उपभोक्ता का नाम, पता एवं संख्या अंकित नहीं रहता है. इससे उपभोक्ताओं को बिजली बिल समय पर नहीं मिल पाता है. हालांकि इस संदर्भ में जिला प्रशासन की ओर से कई बार निर्देश जारी होने के बावजूद त्रुटिपूर्ण विपत्र के सुधार और 12 आवेदक बिल विपत्र में राशि सुधार की शिकायत को लेकर कार्यालय पहुंचते रहे हैं. कृषि के लिए नहीं मिल रही है बिजलीग्रामीण क्षेत्रों में किसानों के पटवन के लिए बिजली व्यवस्था ठोस नहीं होने के कारण खेती पर उसका सीधा असर पर रहा है. किसान कर्ज लेकर महंगी दर पर पंपसेट के सहारे खेतों में पानी देने के लिए मजबूर हो रहे हैं. शहर से लेकर गांव तक है बिजली की लचर व्यवस्थानगर निगम क्षेत्र में आज भी कई वार्ड में लोग बांस के सहारे तार अपने-अपने घरों तक ले गये हैं. वार्ड नंबर 3 और वार्ड नंबर 12 की जनता को बिजली पोल की लचर व्यवस्था के कारण जबरदस्त परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. शिकायत करने के बाद भी इस समस्या का निराकरण नही हो पाता है, जिससे लोग खिन्न दिखाई पड़ते हैं. 11 हजार केवीए के तार में नहीं है सेफ्टी गार्डबिजली विभाग का नियम है कि 11 हजार केवीए के तार को सड़क क्रॉसिंग के दौरान सेफ्टी वायर लगाना चाहिए. लेकिन बेगूसराय शहर में ऐसा कुछ भी दिखाई नहीं पड़ता है. इसके कारण विगत दिनों ट्रैफिक चौक के समीप तार टूटने से फल दुकानदार की जान चली गयी थी. कई बार इस समस्या को लेकर स्थानीय लोगों के द्वारा विभाग के वरीय पदाधिकारियों का ध्यान आकृष्ट कराया गया लेकिन समस्या जस-की- तस बनी हुई है. : अप्रैल् 2015 से रिलांयस के द्वारा बिजली बनाने का कार्य दिया जा रहा है. इसी वजह से बिजली बिल विपत्र में त्रुटियां हुई हैं, जिसे दो-तीन महीने के अंदर दूर कर लिया जायेगा. बिजली विभाग उपभोक्ताओं की शिकायतों का त्वरित निष्पादन करने में कोई कोताही नहीं बरतता है. सनत कुमार पाठकविद्युत कार्यपालक अभियंता, बेगूसराय: जिले में बिजली विभाग एक नजर में-: -जिले में कुल विद्युत उपभोक्ताओं की संख्या-2,32,000-शहरी क्षेत्र के कुल उपभोक्ता-30,000-मीटर रीडिंग सुधार के लिए औसतन आवेदन-600 प्रतिमाह-बिल विपत्र सुधार के लिए औसतन आवेदन-360 प्रतिमाह-बिल वितरण विपत्र की स्थिति-90 प्रतिशत-जिले में विद्युत आपूर्ति की आवश्यकता-112 मेगावाट- जिले में बिजली की आपूर्ति -80 मेगावाट: मेरा बिजली बिल अगस्त माह 2015 तक अप-टू-डेट रहा है लेकिन उसके बाद अचानक 13 हजार का बिजली बिल विभाग के द्वारा भेज दिया गया है. इसके कारण लगातार बिजली कार्यालय का चक्कर लगाने के लिए मजबूर होना पर रहा है. नीरज नवीनउपभोक्ता,बखरीपूर्व में मेरा बिजली बिल ठीक से दिया जा रहा था लेकिन विगत दो माह से अचानक बिजली बिल बढ़ा दिया गया है. जबकि मेरे द्वारा खपत उतना ही है जितना पहले था. लेकिन बिजली का बिल चार गुना बढ़ा दिया गया है. रामप्रवेश दासमुरलीटोल, बछवाड़ा

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