बेगूसराय (नगर) : बंपर सेल देनेवाला बेगूसराय स्टैशन एवं इससे संबद्ध बेगूसराय के लाखों रेल यात्री अजीबोगरीब उपेक्षा एवं विडंबना का शिकार हो रहे हैं. सबसे आश्चर्य की बात यह है कि बेगूसराय स्टेशन से भारत के चार प्रमुख महानगरों में से तीन दिल्ली, मुंबई, चेन्नई सीधे जुड़ा हुआ है,
परंतु सबसे करीबी महानगर कोलकाता-हावड़ा के लिए कोई नियमित ट्रेन अब तक उपलब्ध नहीं हो पाया है. अपवाद स्वरूप सप्ताह में एक दिन यशवंतपुर एक्सप्रेस बहुत लंबी दूरी तय कर भाया कटिहार, मालदा के रास्ते बेगूसराय से 13 घंटे लेकर हावड़ा पहुंचती है. इससे बेगूसराय के लोगों को कोई लाभ नहीं मिल पा रहा है.
हथिदह से हावड़ा जनशताब्दी 14 घंटे में हावड़ा जाकर वापस भी आ जाती है. सबसे परेशानी बेगूसराय के हजारों उन रेलयात्रियों को उठानी पड़ती है, जो हथिदह जाकर हावड़ा की ट्रेन पकड़ना चाहते हैं क्योंकि राजेंद्र पुल पर कार्य होने से हथिदह जाना दूभर हो गया है.
बेगूसराय का 80 प्रतिशत कारोबार कोलकाता से होता है : आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि बेगूसराय का 80 प्रतिशत व्यापार, कारोबार कोलकाता से ही होता है. कोलकाता से कच्चा माल यथा पान, मछली व फूल तो प्रतिदिन यहां के व्यापारी काफी मात्रा में प्रतिदिन मंगवाते हैं. साथ ही कपड़े, दवा सौंदर्य प्रसाधन भी थोक भाव में कोलकाता से ही आता है.
हद तो तब हो जाता है, जब कृषि प्रधान जिले खगड़िया जो मक्के व मछली उत्पादन के लिए भारत में प्रसिद्ध है वह भी कोलकाता से जुड़ा हुआ नहीं है. और तो और सहरसा कोसी क्षेत्र के दर्जन भर जिले से भी मेन लाइन से हावड़ा-कोलकाता के लिए कोई ट्रेन नहीं है. सहरसा से सियालदह हाटे बजारे 16 घंटे में पहुंचता है, जो काफी घूम-घूम कर कटिहार मालदा होकर जाती है.
इसलिए जरूरत है कि सहरसा-बेगूसराय हावड़ा सुपरफास्ट रात्रिकालीन ट्रेन चलाने की जो सहरसा से खुल कर खगड़िया, बेगूसराय, जसीडीह, आसनसोल होकर 10 घंटे में सुबह-सबेरे हावड़ा पहुंच सके. इससे लोग दिन भर कारोबार कर रात्रि नौ बजे के आस-पास हावड़ा से सहरसा के लिए ट्रेन खुले जो सुबह बेगूसराय-सहरसा वापस आ सके. आमलोगों ने इसकी मांग करते हुए कहा कि इससे बेगूसराय सहित कोसी क्षेत्र का अभूतपूर्व विकास होगा. साथ ही रेल की आय भी बढ़ेगी.