बेगूसराय (नगर) : कई जघन्य अपराधों में वर्षों से फरार रह कर नक्सली घटनाओं का अभिप्राय बना बौनू सदा उर्फ सरदार को पुलिस ने बेगूसराय-खगड़िया की सीमा पर रौता मुशहरी से गिरफ्तार हुआ.
बौनू सदर उर्फ सरदार को 17 अक्तूबर को नीमाचांदपुरा थाने केे छापेमारी दल गिरफ्तार करने गया था. पुलिस छापेमारी दल जब बौनू सदा उर्फ सरदार को गिरफ्तार कर आगे बढ़ रही थी कि बौनू सदा के उकसावे पर नक्सली पुलिस टीम पर टूट पड़े और बौनू सदा को छुड़ा लिया गया. उसी के उकसाने पर गिरफ्तार करने गयी टीम के एक सैप जवान की हत्या कर दी गयी.
थानाध्यक्ष सहित अन्य पुलिसकर्मी भी घायल हो गये. इसके बाद पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार के द्वारा अपर पुलिस अधीक्षक अभियान कुमार मयंक के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया. इसमें सदर डीएसपी, बखरी एवं कई थानों के थानाध्यक्ष एवं एसटीएफ तथा राज्य एसटीएफ को शामिल किया गया. पूरी टीम ने तत्परता के साथ कई जगहों पर छापेमारी की.
इसी क्रम में गुरुवार को पुलिस अधीक्षक को गुप्त सूचना मिली कि बौनू सदा उर्फ सरदार बखरी एवं अलौली थाने की सीमा में छिपा हुआ है. पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर टीम ने तत्परता के साथ सघन छापेमारी करते हुए सैप जवान हत्या में प्रयुक्त एक हथियार कुसमहौत के बंसबिट्टी के छिपाये हुए जो उसकी निशानदेही पर बरामद किया गया.
बौनू सदा ने यह भी बताया कि वर्ष 2011 के दिसंबर माह में इनके तथा अन्य सहयोगियों के द्वारा इनियार गांव के सचिंद्र सिंह एवं उनके पुत्र सौरव कुमार की हत्या भी की गयी थी, तभी से ये फरार चल रहे थे और नक्सली गतिविधियों में सक्रिय थे. वर्तमान में नक्सली का एरिया कमांडर है तथा क्षेत्र में संगठन के लिए लेवी वसूलता था. इसकी गिरफ्तारी से क्षेत्र में अमन व शांति बहाल होगी. छापेमारी दल में शामिल पुलिसकर्मियों को पुरस्कृत किया जायेगा.