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पेट्रोलियम उत्पादन व विपणन के क्षेत्र में देश की सबसे बड़ी कंपनी है आइओसी : शुक्ला (आवश्यक)

पेट्रोलियम उत्पादन व विपणन के क्षेत्र में देश की सबसे बड़ी कंपनी है आइओसी : शुक्ला (आवश्यक) तसवीर-2,3,- प्रेस मीट का उद्घाटन करते अतिथि एवं उपस्थित बरौनी रिफाइनरी के अधिकारी बरौनी रिफाइनरी में हुई प्रेस मीटबेगूसराय (नगर). पेट्रोलियम उत्पादन और विपणन के क्षेत्र में देश की सबसे बड़ी कॉरपोरेट कंपनी इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन है. जो […]

पेट्रोलियम उत्पादन व विपणन के क्षेत्र में देश की सबसे बड़ी कंपनी है आइओसी : शुक्ला (आवश्यक) तसवीर-2,3,- प्रेस मीट का उद्घाटन करते अतिथि एवं उपस्थित बरौनी रिफाइनरी के अधिकारी बरौनी रिफाइनरी में हुई प्रेस मीटबेगूसराय (नगर). पेट्रोलियम उत्पादन और विपणन के क्षेत्र में देश की सबसे बड़ी कॉरपोरेट कंपनी इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन है. जो देश के कोने-कोने में लाखों-करोड़ों भारतीयों की सेवा कर रही है. उक्त बातें बरौनी रिफाइनरी टाउनशिप स्थित ऑफिसर्स क्लब के सभागार में प्रेस मीट 2015 को संबोधित करते हुए बरौनी रिफाइनरी के कार्यपालक निदेशक बीके शुक्ला ने कहीं. उन्होंने कहा कि इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन ने भारत की ऊर्जा बनने की दूरदृष्टि और विकसित भारत के स्वर्णिम भविष्य के सपने के साथ श्रम, साधना और प्रौद्योगिकी के अनुपम संयोग से स्वयं को भारत की ऊर्जा के रूप में प्रतिष्ठित किया है. इस मौके पर बरौनी रिफाइनरी की चर्चा करते हुए कार्यपालक निदेशक श्री शुक्ला ने कहा कि समाप्त छमाही के दौरान बरौनी रिफाइनरी का कुल कच्चा तेल थ्रू-पुट 3170 टीएमटी रहा. इससे 87.7 प्रतिशत असुत (डिस्टिलरेट) अर्जित किया गया. इस दौरान ईंधन एवं हानि का प्रतिशत 8.73 प्रतिशत रहा. जो कि एमएसक्यू कमीशनिंग के बाद अब तक का सबसे न्यूनतम ईंधन एवं हानि है. उन्होंने कहा कि बरौनी रिफाइनरी परिवर्तन और उन्नत प्रौद्यौगिकी के प्रयोग को सदैव बढ़ावा देती है. इसी ध्येय को ध्यान में रख कर कुछ परियोजनाओं को शुरू किया गया है. बरौनी रिफाइनरी में लगाया जा रहा है आरओ प्लांटवैधानिक निर्देशों और सतत विकास की दिशा में आइओसी की प्रतिबद्धता को पूरा करने के लिए तथा ताजे पानी की खपत को कम करने के लिए आरओ प्लांट लगाया जा रहा है. इस पर कुल 73.92 करोड़ की लागत आयेगी. जिसे मार्च 2016 तक पूरा कर लिया जायेगा. इसके अलावे इकाई की विश्वसनीयता में सुधार और एचएस क्रूड की प्रोसेसिंग क्षमता को बढ़ाने के लिए कोकर-ए का 480 करोड़ की लागत से आधुनिकीकरण किया जा रहा है, जिसे जुलाई 2016 तक पूरा कर लिया जायेगा. कार्यपालक निदेशक ने बताया कि भारत सरकार की ऑटो ईंधन विजन और नीति 2015 के तहत पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय द्वारा 100 प्रतिशत बीएस फोर एमएस और एचएसडी क्लीन फ्यूल के अनुपालन के लिए रोड मैप जारी है. उन्होंने कहा कि बरौनी रिफाइनरी में बीएस फोर परियोजना के लिए प्रथम चरण के निवेश को बोर्ड द्वारा अनुमोदित कर दिया गया है. इस पर लगभग 1327 करोड़ रुपए की लागत आने की संभावना है. जिसे फरवरी, 2017 से जनवरी, 2018 के बीच पूरा कर लिया जायेगा. कार्यपालक निदेशक ने प्रेस मीट में कहा कि रिफाइनरी की मौजूदा उत्पादन क्षमता को चरणबद्ध रूप से बढ़ाने संबंधी परियोजना प्रगति पर है. पहले चरण में इकाइयों की न्यूनतम लागत आधुनिकीकरण के द्वारा वर्तमान क्षमता छह एमएमटीए को बढ़ा कर सात एमएमटीए करने का कार्य प्रगति पर है. इस परियोजना के दूसरे चरण में इसे बढ़ा कर नौ एमएमटीए करने की योजना है. उन्होंने कहा कि कॉरपोरेट सामाजिक उतरदायित्व के अंतर्गत बरौनी रिफाइनरी के द्वारा जन कल्याणकारी गतिविधियों के अंतर्गत समय-समय पर आस-पास के गांवों में सार्वजनिक स्वास्थ्य जांच शिविर, स्वच्छ पेयजल की व्यवस्था एवं स्कूल के भवनों का निर्माण समेत अन्य कार्यों को कराया जाता है. उन्होंने कहा कि बरौनी रिफाइनरी स्वर्ण जयंती वर्ष मना रही है. जो बेगूसराय जिले के लिए गौरव का विषय है. इस मौके पर बरौनी रिफाइनरी के महाप्रबंधक (मानव संसाधन) एसएस राघव, महाप्रबंधक (तकनीकी सेवा एवं एचएसइ) बीजे राव, महाप्रबंधक(तकनीकी) एलएन प्रसाद, कॉरपोरेट संचार पदाधिकारी पूण्यानंद झा समेत अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे. इस मौके पर संचालन बरौनी रिफाइनरी के कॉरपोरेट संचार अधिकारी अंकिता श्रीवास्तव ने किया. इससे पूर्व जिले के वरिष्ठ पत्रकार गुणानंद मिश्र, कार्यपालक निदेशक बीके शुक्ला समेत बरौनी रिफाइनरी के अन्य पदाधिकारियों ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर इस प्रेस मीट का उद्घाटन किया. बरौनी रिफाइनरी गीत के साथ इस कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया.

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