संवाददाता : बेगूसराय (नगर) बैंक से ऋण लेने के समय भले ही उसे आसान दिखता हो, लेकिन जब उसे समय पर भुगतान नहीं किया जाता है,
तो वही ऋण एक दिन परेशानी का सबब बन जाता है. बेगूसराय में कुछ इसी तरह का मामला प्रकाश में आया है.बताया जाता है कि मेसर्स तुलस्यान एजेंसी के द्वारा भारतीय स्टेट बैंक से 30 लाख 56 हजार एवं बिहार ग्रामीण बैंक से लगभग 25 लाख रुपया ऋण लिया.
ऋण लेने के दौरान लखमिनियां थाने के बलिया बाजार स्थित विमला देवी पति स्व ओम प्रकाश तुलस्यान के नाम से अचल संपत्ति को भारतीय स्टेट बैंक की लखमिनियां शाखा के पास गिरवी के रूप में रखा गया.
इधर, इसी संपत्ति को बिहार ग्रामीण बैंक की शाखा में भी गिरवी रख दिया गया. जब, उक्त एजेंसी के द्वारा बैंक को समय पर ऋण देना बंद कर दिया गया और कई बार नोटिस देने के बाद भी इस दिशा में किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं होता देख दोनों बैंक हरकत में आ गयी. इधर, भारतीय स्टेट बैंक की व्यवसाय शाखा के रीजनल मैनेजर दिव्यांशु रंजन ने गुरुवार को अपने कार्यालय कक्ष में पत्रकारों को बताया कि मेसर्स तुलस्यान एजेंसी के द्वारा ऋण लेने के दौरान बलिया बाजार स्थित अचल संपत्ति को गिरवी के रूप में रखा गया है.
इस संपत्ति के ऊपर भारतीय स्टेट बैंक का 30 लाख 56 हजार के लिए अधिभार लगा हुआ है. आरएम ने कहा कि इस संपत्ति से संबंधित किसी प्रकार की लेन-देन या खरीद-बिक्री पर भारतीय स्टेट बैंक का दावा प्रभावी रहेगा. ज्ञात हो कि उक्त संपत्ति पर भारतीय स्टेट बैंक के द्वारा नोटिस भी लटका दिया गया है.
वहीं, दूसरी ओर बिहार ग्रामीण बैंक के रीजनल मैनेजर पीसीएन सिन्हा ने संपर्क करने पर इस संबंध में बताया कि उक्त एजेंसी के द्वारा बिहार ग्रामीण बैंक से ऋण लिया गया है, जिसमें उक्त संपत्ति को गिरवी रखा गया है. इसी के आलोक में डीएम के आदेश पर मजिस्ट्रेट की उपस्थिति में फिजिकल पोजिशन भी बैंक के द्वारा लिया गया है. उन्होंने कहा कि मई माह, 2015 में ही मेरे द्वारा उक्त संपत्ति पर दावेदारी की गयी थी.
वहीं, भारतीय स्टेट बैंक के रीजनल मैनेजर दिव्यांशु रंजन ने यहां तक कह दिया कि इस मामले को लेकर भारतीय स्टेट बैंक की व्यवसाय शाखा न्यायालय का भी दरवाजा खटखटाने को तैयार है. इधर, प्रोपर्टी मालिक फिलहाल घर छोड़ कर फरार हो गया है. इस मामले को लेकर जिले में चर्चाओं का बाजार गर्म है.