बेगूसराय (नगर) : शिक्षकों द्वारा मध्याह्न् भोजन कार्य के बहिष्कार को लेकर गुरुवार को जिले के 50 फीसदी से अधिक स्कूलों में बच्चों को दोहर का खाना नसीब नहीं हो पाया. इससे बच्चों में अफरा–तफरी देखी गयी. बच्चे प्लेट लेकर स्कूल तो गये, लेकिन उन्हें खाली प्लेट लेकर ही घर लौटना पड़ा.
जिले के 1611 विद्यालयों में बच्चों को दोपहर का भोजन दिया जाता है. इनमें से 29 ऐसे विद्यालय हैं, जिनमें तकनीकी कारणों से पूर्व से ही भोजन बंद है. छपरा की घटना के बाद शिक्षक संघों ने सरकार पर आरोप लगाते हुए मिड डे मील के इस कार्य से अपने को वंचित रखने की घोषणा की.
नतीजा हुआ कि पहले दिन कई विद्यालयों में अफरा–तफरी देखी गयी. विद्यालयों में बच्चों के लिए खाना बनायेजाने वाले चूल्हे नहीं जल पाये. वहीं, कुछ विद्यालयों में बच्चों को भोजन दिया गया. जिन विद्यालयों में बच्चों को भोजन नहीं मिला, उनमें निराशा देखी गयी. जिला शिक्षा पदाधिकारी कुमुद नारायण झा ने कहा कि जिले के सभी विद्यालयों से जानकारी ली जा रही है.
अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि कितने विद्यालयों में मिड डे मील बंद है. स्थिति स्पष्ट होते ही आगे की कार्रवाई की जायेगी. गढ़पुरा संवाददाता के अनुसार, प्रखंड क्षेत्र के इक्के–दुक्के प्राथमिक व मध्य विद्यालयों में गुरुवार को मध्याह्न् भोजन का संचालन ठप रखा गया.
मवि कुम्हारसों के प्रधान शिक्षक हरेराम साहु ने एमडीएम बंद को राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ का आह्वान बताया. प्राथमिक शिक्षक संघ के प्रखंड अध्यक्ष आशुतोष झा ने संघ के निर्णय का पालन करने की बात कही.
वहीं, अराजपत्रित प्राथमिक शिक्षक प्रखंड अध्यक्ष धीरेंद्र कुमार ने एमडीएम संचालन कार्य को जारी रखने की बात कही. बिहार पंचायत प्रारंभिक शिक्षक संघ के प्रखंड अध्यक्ष प्रभात कुमार झा ने विघालयों में मध्याह्न् भोजन संचालन कार्य पूर्ववत जारी रखे जाने की बात शिक्षकों से कही है. प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी बच्च झा व प्रखंड मध्याह्न् भोजन साधनसेवी मो परवेज ने विभिन्न विद्यालयों का भ्रमण कर एमडीएम संचालन कार्य का निरीक्षण किया.
92 विद्यालयों में एमडीएम का बहिष्कार
भगवानपुर (बेगूसराय) : बिहार राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ के आह्वान पर गुरुवार को भगवानपुर प्रखंड के 92 विद्यालयों में मध्याह्न् भोजन का बहिष्कार किया गया. मध्याह्न् भोजन का बहिष्कार करनेवालों में दुलारपुर संकुल के 11 विद्यालय, तेयाय संकुल के 11 विद्यालय, पालीडीह संकुल के 13 विद्यालय, मेहदौली संकुल के नौ विद्यालय, दहिया संकुल के 11 विद्यालय, बनवारीपुर संकुल के नौ विद्यालय, भीढ संकुल के छह विद्यालय, जोकिया संकुल के नौ विद्यालय, कविया संकुल के आठ विद्यालय, संजात संकुल के पांच विद्यालय, शामिल हैं.
यह जानकारी संघ के अंचल अध्यक्ष मो रईस उद्दीन, गोपाल कुमार अंचल सचिव व राज्य प्रतिनिधि अशोक कुमार सिंह ने दी है. तेघड़ा संवाददाता के अनुसार, बिहार राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ के आह्वान पर गुरुवार को परबंदा, बहरबन्नी समेत दर्जनों विद्यालयों में शिक्षकों द्वारा मध्याह्न् भोजन के बहिष्कार का मिला–जुला असर देखा गया.
अराजपत्रित शिक्षक संघ तथा नियोजित शिक्षकों में बेरुखी देखी गयी. इस बाबत अराजपत्रित शिक्षक संघ का दिशा–निर्देश नहीं मिलने से समर्थक शिक्षकों में ऊहापोह देखी गयी. वहीं, नियोजित शिक्षक संघ के एक नेता ने बताया कि चूंकि प्राथमिक शिक्षक संघ ने उनके आंदोलन का समर्थन नहीं किया, इसलिए हम उसके आंदोलन का समर्थन नहीं कर सकते.
विभिन्न गुटों में शिक्षकों के बंटे रहने के कारण शिक्षक अलग–अलग राग अलाप रहे हैं. बछवाड़ा संवाददाता के अनुसार, प्राथमिक शिक्षक संघ द्वारा मिड डे मील योजना के बहिष्कार का असर प्रखंड क्षेत्र में नहीं देखा गया. सभी स्कूलों में मिड डे मील बना और छात्रों ने भोजन किया. बीइओ मंजू कुमारी ने बताया कि प्रखंड के सभी विद्यालयों में जहां खाद्यान्न व राशि उपलब्ध है, वहां मध्याह्न् भोजन बना.
हालांकि, विशेष पदाधिकारी द्वारा स्कूलों में निरीक्षण की खबर से मध्याह्न् भोजन बनाने में फिलहाल सतर्कता बरती जा रही है. भोजन को पहले शिक्षक लेते हैं, फिर छात्रों के बीच परोसा जाता है.