बेगूसराय : बरौनी रिफाइनरी में तीसरी तिमाही के लिए ऑनसाइट मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया. ऑन साइट आपात परिदृश्य एचजीवीओ भंडारण टैंक, टीके-803 में रिसाव और पूल फायर था. अग्निशमन नियंत्रण से बाहर होने पर ईआरडीएमपी (आकस्मिक प्रतिक्रिया एवं आपदा प्रबंधन योजना) को लागू किया गया.
सुबह 11.20 बजे आपदा सायरन बजा. इसकी घोषणा सीआईसी (मुख्य दुर्घटना नियंत्रक) द्वारा एसआईसी (साइट दुर्घटना नियंत्रक) के साथ परामर्श से की गयी. ईआरडीएमपी के अनुसार आकस्मिक आपदा प्रबंधन तुरंत सक्रिय हुआ. बिना किसी जान-माल की क्षति के स्थिति नियंत्रण में आ गयी. कार्यपालक निदेशक वी के शुक्ला के नेतृत्व में एल एन प्रसाद, मुख्य महाप्रबंधक(तकनीकी) और अन्य प्रबंधन के सदस्यों, समन्वयकों, सीआईएसएफ टीम, अग्नि एवं सुरक्षा क्रू आदि के साथ बरौनी रिफाइनरी के अधिकारी दुर्घटना के त्वरित आपदा प्रबंधन में शामिल हुए.सीआईएस श्री एल एन प्रसाद, मुख्य महाप्रबंधक (तकनीकी) ने साइट प्रभारी (एसआईसी) के साथ तालमेल बैठते हुए पूरे ऑपरेशन का समन्वय किया.
उपरोक्त आपदा परिदृश्य पर 11.45 बजे नियंत्रण पाया गया. स्थिति का निर्धारण करने के बाद, सब कुछ ठीक होने के संकेत के रूप में एक लंबा सायरन बजाया गया. मॉक ड्रिल के बाद डीब्रीफिंग सत्र का आयोजन आपदा नियंत्रण कक्ष में किया गया. इस सत्र की अध्यक्षता वी के शुक्ला, कार्यपालक निदेशक ने की. डीब्रीफिंग सत्र संवादपूर्ण था.