बीहट : तुलार्क महाकुंभ के प्रणेता व सर्वमंगला के अधिष्ठाता स्वामी चिदात्मनजी महाराज को सर्वमंगला ज्ञान मंच पर विद्यापति सेवा संस्थान दरभंगा द्वारा मिथिला विभूति सम्मान से सम्मानित किया. कार्यक्रम की अध्यक्षता कामेश्वर सिंह संस्कृत विश्व विद्यालय दरभंगा के पूर्व कुलपति डॉ विद्याधर मिश्र ने की. इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में भारत सरकार के लघु,सूक्ष्म विभाग के केंद्रीय राज्य मंत्री गिरिराज सिंह तथा विशिष्ट अतिथि के रूप में प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य पं कमलाकांत झा ने स्वामी चिदात्मनजी महाराज के सान्निध्य में ज्ञान ज्योति प्रज्वलित कर कार्यक्रम का विधिवत उद्घाटन किया.
कार्यक्र म में उपस्थित अतिथियों का स्वागत करते हुए डॉ बैद्यनाथ चौधरी बैजू ने कहा कि महाराज श्री का सम्मान कर मिथिला आज गौरवान्वित हो रहा है. मुख्य अतिथि केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि मिथिला की धरती ऋषियों की धरती है.उन्होंने स्वामी चिदात्मनजी महाराज को गंगापुत्र कहते हुए कहा कि भगवान को सम्मानित कर हम गौरवान्वित हो रहे हैं. स्वामी जी ने देश की सनातन संस्कृति में एक ऐसी संस्कृति को जोड़ दिया है,
जिसे अनेकों कालखंड में याद किया जायेगा. इस मौके पर संपूर्ण मिथिला और विद्यापति सेवा संस्थान द्वारा स्वामी जी को प्रशस्ति पत्र, ताम्रपत्र, मखानमाला देकर मिथिला विभूति सम्मान से सम्मानित किया.इस अवसर पर अतिथियों ने प्रगति वार्ता पुस्तक का विमोचन किया.स्वागत गीत प्रो कृष्ण कन्हैया, मंगलाचरण प्रो ओम प्रकाश ने प्रस्तुत किया.वहीं दुखी राम सिया ने विद्यापति की रचना की प्रस्तुति दी. इसके अलावा प्रसिद्ध गायिका वंदना सिन्हा द्वारा भजन संध्या कार्यक्रम में भजन प्रस्तुत कर श्रद्धालुओं को भाव-विभोर कर दिया. कार्यक्रम का संचालन सर्वमंगला के सत्यानंद जी ने किया. इस मौके पर सर्वमंगला के व्यवस्था रवींद्र ब्रह्मचारी, पंडित शंभु मिश्रा, मीडिया प्रभारी नीलमणि,पीके झा प्रेम, वेद विज्ञान संस्थान के निदेशक डॉ विजय कुमार झा,सदानंद झा,राजकुमार,श्याम,रामानुज दास,नारायणानंद,प्रभात झा सहित अन्य उपस्थित थे.