बेगूसराय : अगर आप शिक्षित बेरोजगार हैं और नौकरी की तलाश में हैं, तो सावधानी बरतें. आप पर नौकरी का झांसा देकर ठगी करने वाले फ्रॉड की नजर भी हो सकती है. जी हां! बेगूसराय में इन दिनों नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले का गिरोह सक्रिय हैं. अब तक दर्जनों बेरोजगार छात्र […]
बेगूसराय : अगर आप शिक्षित बेरोजगार हैं और नौकरी की तलाश में हैं, तो सावधानी बरतें. आप पर नौकरी का झांसा देकर ठगी करने वाले फ्रॉड की नजर भी हो सकती है. जी हां! बेगूसराय में इन दिनों नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले का गिरोह सक्रिय हैं. अब तक दर्जनों बेरोजगार छात्र व छात्राएं ठगी के शिकार होकर लूट चुके हैं.
वैसे, इसकी भनक लगते ही पुलिस हरकत में आती और त्वरित कार्रवाई करते हुए ठगी करने वालों को गिरफ्तार कर उसे सलाखों पीछे पहुंचाने में तत्परता भी दिखायी है. सूत्रों से पता चला है कि ठग गिरोह का तार विभिन्न जिलों से जुड़े हैं. सूत्रों की मानें तो ठग गिरोह में युवतियां भी शामिल हैं, जो छात्रों को अपने जाल में फंसा कर ठगी का शिकार बनाती हैं.
केस-एक : कंप्यूटर शिक्षक की नौकरी देने का दे रहा था झांसा :13 सितंबर 2017 को नगर थाना क्षेत्र के स्टेशन रोड स्थित एक होटल में पंडित दीनदयाल उपाध्याय शिक्षा कार्यक्रम में शिक्षक की नौकरी दिलाने के नाम पर छात्र-छात्राओं से फॉर्म भरवा कर पांच-पांच सौ रुपये वसूली कर रहे मधुबनी निवासी अभिषेक कुमार को नगर थाने की पुलिस ने गिरफ्तार किया था. पूछताछ में पुलिस के समक्ष सदस्यों ने कई चौंकाने वाले रहस्यों का खुलासा किया .
केस- दो: बीएसएफ में नौकरी देने के नाम पर तीन लाख रुपये की ठगी :आठ मार्च 2016 को साहेबपुरकमाल थाना पुलिस ने कुरहा में छापेमारी कर बीएसएफ में नौकरी दिलाने के नाम पर तीन लाख रुपये ठगी करने वाला पवन कुमार को गिरफ्तार किया था. वहीं उसके कमरे से फर्जी तरीके से बनाये गये दस्तावेज, कंप्यूटर पर तैयार किये गये नियुक्ति पत्र, मुहर आदि अवैध सामान बरामद किया गया था.
केस तीन: बैंक में ऋण दिलाने के नाम पर हो रही थी उगाही:वर्ष 2016 में जीडी कॉलेज के पास से ही बैंक लोन व नौकरी दिलाने वाले गिरोह का पुलिस ने भंडाफोड़ किया था. पुलिस ने एक निजी संस्थान में ऑफिस बना कर बैंक लोन एवं नौकरी दिलाने के नाम पर बेरोजगारों से 20 लाख ठगी करने वाला एक महिला सहित दो लोगों को दबोचा गया था.
केस चार : निजी कंपनी में नौकरी के नाम पर दर्जनों युवकों को लगाया चूना :गत 22 फरवरी 2016 को वीरपुर थाना क्षेत्र में निजी कंपनी में नौकरी दिलाने के नाम पर कुछ युवकों से गिरोह के सदस्यों ने लाखों रुपये की ठगी की थी. पुलिस ने एक महिला को गिरफ्तार भी किया था,जो खगड़िया जिले की निवासी थी.
केस पांच : डाटा ऑपरेटर की नौकरी देने में ठगी का फर्दाफाश
27 सितंबर 2016 को जीडी कॉलेज में प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना में डाटा कंप्यूटर ऑपरेटर की नौकरी देने के नाम पर ठगी का रैकेट चलाने वाले दो सदस्यों को नगर थाने की पुलिस ने गिरफ्तार किया था.
चार्जशीट तक सिमट रहे मामले
बताते चलें कि ठगी के आरोपित को गिरफ्तार करने के बाद पुलिस एफआइआर करते हुए उसे जेल भेज देती है. अनुसंधान पूरी होने के बाद चार्जशीट कोर्ट में दायर करती है. लेकिन केस को मंजिल तक पहुंचाने से पूर्व चैप्टर क्लोज हो जाती है. पुलिस का तर्क है कि ठोस गवाह नहीं करने के कारण आरोपित न्यायालय से बरी हो जाते हैं.