छौड़ाही : ओपी थाना क्षेत्र के पारमालपुर गांव में ससुराल वालों द्वारा विवाहिता की हत्या का मामला एक बार फिर छौड़ाही पुलिस के लिए गंभीर जांच का विषय बन गया है. गंभीर इसलिए भी कि अब यह जानना आवश्यक हो गया कि आखिर 27 वर्षीय मृतका नीलम देवी की ससुराल वालों ने हत्या कर दी या फिर पारिवारिक कलह और विवाद के कारण विवाहिता ने आत्महत्या तो नहीं कर ली. ऐसे तमाम बिंदुओं पर गहन पड़ताल की आवशयकता है.
अन्यथा जांच सही दिशा में नहीं गयी तो आने वाले दिनों में आत्महत्या के मुकदमे का हत्या कर दिये जाने में तब्दील होना इलाके में एक नया प्रचलन हो जायेगा और हर घर में नयी मुश्किलें खड़ी हो जायेगी. ऐसे में निष्पक्ष रूप से इस घटना की जांच कर दूध का दूध और पानी का पानी करना समय की मांग है. हालांकि मृतका के भतीजा ने ससुराल वालों पर हत्या की प्राथमिकी दर्ज करा कर यह बताने की कोशिश की है कि ससुराल वालों ने शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित कर रविवार की रात मृतका की हत्या कर शव को गायब करने का असफल प्रयास किया है,
लेकिन सवाल उठता है कि जिस शादी के 15 साल बीत गये और उसके बाद किस कारण से विवाहिता को प्रताड़ित किया जा रहा है. यह जिक्र नहीं किया जाना कहीं न कहीं मायके पक्ष वालों द्वारा हत्या की प्राथमिकी दर्ज कराये जाने पर प्रश्न चिह्न खड़ा करता है. ऐसे जानकार बताते हैं कि घटना के दिन मृतक विवाहिता का मोबाइल ससुराल वालों ने जब्त कर लिया था. मोबाइल को किस कारण से विवाहिता से जब्त किया गया और फिर घटना के दिन इसी को लेकर मृतका का अपने भैंसुर और गोतनी के साथ कहासुनी हो गयी थी. इस दौरान सास और पति से भी मृतका की कहासुनी होने की बात बतायी जाती है और यहीं से विवाद की शुरुआत होना भी बताया जाता है. रविवार की शाम ढलते ही अचानक विवाहिता घर से गायब हो जाती है. सूत्र बताते हैं कि ससुराल वाले भी खोजबीन करते हैं, लेकिन चर्चा यह भी है कि मृतका को ससुराल वाले किसी डॉ के यहां इलाज कराने ले जा रहे थे कि उसकी मौत हो गयी. जानकार बताते हैं कि पुलिस के डर से मृतका के शव को जनेर के खेत में छुपा कर रख दिया. सवाल है कि किस कारण से मृतका को इलाज के लिए ले जाया जा रहा था. इस बिंदु पर भी जांच से काफी कुछ मामले को सुलझाने में किसी संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है. बरामद किये गये मृतका के लाश पर मारपीट से संबंधित किसी भी तरह के निशान नहीं पाये जाना थोड़ा अबूझ पहेली की तरह प्रतीत हो रही है. हालांकि दर्ज प्राथमिकी के आधार पर स्थानीय थाने की पुलिस ने मृतका के पति शंकर राम और उसकी सास सुमित्रा देवी को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है लेकिन इन तमाम परिस्थितियों के बीच घटना के पीछे का सच और निष्पक्ष जांच की जरूरत है, ताकि हत्या के पीछे का राज खुल सके और यह पता चल सके कि आखिर ससुराल वालों ने क्यों मृतका की हत्या की और अगर हत्या नहीं की तो फिर उसकी मौत का और क्या कारण हो सकता है. इधर महिला की मौत के संबंध में तरह-तरह की चर्चाओं का बाजार गरम है. ऐसे दबी जुबान से पारिवारिक प्रताड़ना और कलह के कारण मृतका द्वारा विषपान कर लिए जाने की भी चर्चा सरेआम है. पुलिस का मानना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद काफी कुछ मामला सुलझ जायेगा और पोस्टमार्टम रिपोर्ट से मुकदमे के अनुसंधान में सहयोग भी मिल सकेगा.