ठाकुरगंज : केंद्र सरकार के जन विरोधी परिवहन सुरक्षा विधेयक को थोपने के के विरुद्ध एनएच 327 ई को अखिल भारतीय ट्रेड यूनियन (सीआईटीयू) के बैनर तले श्रमिकों ने घंटो जाम कर दिया. श्रमिकों ने अखिल भारतीय ट्रेड यूनियन (सीआईटीयू) के नेता शंकर बहादुर साह के नेतृत्व में ओल्डमेची के समीप एन एच 327 ई को तीन घंटे तक चक्का जाम कर अपना विरोध जताया. इस दौरान जहां आदिवासी समुदाय के लोग अपने परम्परागत हथियारों के साथ जहां सक्रिय थे़
वहीं श्रमिक इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विरुद्ध नारे लगाते दिखे. इस दौरान सीआईटीयू के शंकर बहादुर साह ने कहा कि नए कानून के बाद सरकार ने हर चीज के शुल्क में वृद्धि कर दी है जो आम जन के ऊपर बोझ स्वरुप है. सरकार ने ड्राइविंग लाइसेंस, निबंधन, फिटनेस आदि कई मदों में 100 से 500 प्रतिशत फीसों में वृद्धि कर रही है़ जिससे परिवहन क्षेत्र के आश्रितों पर आर्थिक बोझ बढ़ेगा. आवागमन में ज्यादा पैसे देने पड़ेंगे. इसका असर उपभोक्ता वस्तुओं की कीमतों पर भी पड़ेगा.
श्री बहादुर ने मांग की केंद्र सरकार इन सभी मदों के फीसों में वृद्धि को वापस ले. पूर्व में लिए गए फीस के आधार पर परमिट निर्गत करें, परिवहन उद्योग को बचाते हुए परिवहन श्रमिकों की रक्षा की जाए. कॉपोरेट पक्षी पथ परिवहन एवं सुरक्षा विधेयक को वापस ले,अन्यथा केंद्र व राज्य के विभिन्न श्रमिक संगठन एकजुट हो आंदोलन के लिये सड़क पर उतरेगी.वहीं लगातार तीन घंटे सड़क जाम के कारण सड़कों में वाहनों की कतार लग गई थी. वहीं घंटो जाम के बाद सड़क के दोनों तरफ जाम लग गया. यातायात को बहाल करने हेतु ठाकुरगंज थाना के अनि एस बी उपाध्याय ने जाम स्थल पर पहुँच श्रमिकों को काफी समझाया एवं आश्वस्त कराया कि आपकी मांगों को सम्बंधित विभाग को पहुंचा दी जायेगी. इसके बाद श्रमिकों ने जाम हटाया और आवागमन को बहाल कराया गया.