बांका : सरकार भले घर-घर स्वच्छ पेयजल की सुविधा पहुंचाने के लिए तरह-तरह की योजना चलाने का दावा कर रही है, लेकिन इस योजना का लाभ आमजनों को कितना मिल पा रहा है यह धरातल पर जाने के बाद ही पता चलता है.
मालूम हो कि जिला मुख्यालय से महज 8 किलो मीटर दूरी स्थित प्रोन्नत मध्य विद्यालय मंझियारा में करीब एक माह से चापाकल फेल है, जिससे स्कूली बच्चों को पीने के लिए दर-दर भटकना पड़ता है. हालांकि विद्यालय के शिक्षक ने लगातार विभाग को आवेदन देकर इसकी मरम्मती के लिए गुहार लगायी है, लेकिन आज तक चापाकल की मरम्मती नहीं हो सकी है. ज्ञात हो कि विद्यालय में कुल 440 छात्र-छात्राएं नामांकित है. इसमें करीब 400 बच्चे प्रतिदिन उपस्थित होते हैं. इधर विभागीय सूत्रों की माने तो इस विद्यालय के छात्र-छात्राओं को अगले माह तक पानी के लिए इंतजार करना पड़ेगा तभी विद्यालय में पानी की सुविधा उपलब्ध हो पायेगी.
कहते है अधिकारी
इस संबंध में पीएचइडी विभाग के कार्यपालक अभियंता मनोज कुमार ने बताया कि जांच के लिए स्कूल में जेइ भेजा गया है. जांच रिपोर्ट आने के साथ ही चापाकल की मरम्मती करा दी जायेगी ताकि बच्चों को परेशानी का सामना नहीं करना पड़े.