इस विद्यालय भवन में आठ कमरे, किचन, कार्यालय, शौचालय का निर्माण होना था लेकिन पूर्व के प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी द्वारा आधे अधूरे भवन को बनाकर विद्यालय का संचालन किया जा रहा है. अगर विद्यालय का पूरा भवन बन जाता तो ऊपर के कमरे में विद्यालय की छात्र रहती और नीचे अपनी पढ़ाई करती, लेकिन भवन की कमी के कारण मात्र चार रूम में ही विद्यालय संचालित होता है. इस विद्यालय में ग्यारह वर्ष की आयु की छात्र का नामांकन होता है. विद्यालय में नामांकित छात्रों को वर्ग छ से आठ की पढ़ाई विद्यालय में रहकर करना पड़ता है.
विद्यालय में रहने वाली छात्र की सभी जिम्मेवारी सरकार उठाती है. साथ ही सभी छात्र को सौ रुपया छात्रवृत्ति भी दिया जाता है. विद्यालय में नामांकन का लक्ष्य सौ छात्र का है लेकिन रूम नहीं रहने की वजह से मात्र 66 छात्र ही नामांकित है. यहां की छात्र मध्य विद्यालय पढ़ने जाती है. इसका संचालन मध्य विद्यालय के प्रधानाध्यापक के द्वारा किया जाता है. विद्यालय में शिक्षक का तीन पद स्वीकृत है लेकिन वर्तमान में सिर्फ एक शिक्षिका है.