बांकाः बात करीब तीन साल पुरानी है. राहुल और निप्पू एक-दूसरे के संपर्क में आये. मिले-जुले. पहचान हुई. और दोनों में हो गया प्यार. फिर क्या था. दोनों लंबे समय तक घंटों साथ बैठ बातें करते. साथ जीने-मरने की कसमें खाते. ‘हम बने तुम बने एक-दूजे के लिए’..कुछ इसी तर्ज पर दोनों की प्यार की कहानी अपने परवान पर थी.
लेकिन जैसे ही राहुल की शादी परिवारवालों ने तय कर दी कि अचानक प्यार के सारे वादे, कसमें व साथ जीने-मरने की हसरत जैसे हवा हो गयी और वह निप्पू के साथ शादी करने से कतराने लगा. बात करने से भी परहेज करने लगा. कहानी धोरैया थाना क्षेत्र के रणगांव की है. इस बीच पटना स्थित आइसीआइसी लंबार्ड में राहुल की नौकरी लग गयी. निप्पू भी अपने परिवारवालों के साथ धनबाद में रह रही थी.
इस दौरान राहुल ने 18 अप्रैल को फोन कर निप्पू को धनबाद से पटना बुलाया. जब निप्पू पटना पहुंची, तो राहुल वहां से गायब हो गया. इससे क्षुब्ध होकर निप्पू ने इसकी शिकायत बांका के महिला थाना में कर दी. शिकायत करते हुए उसने राहुल से खुद की शादी कराये जाने की गुहार भी लगायी. इसके बाद समाज के कुछ जागरूक लोग व मानवता को समझनेवाले कुछ लोगों की मध्यस्थता व महिला थानाध्यक्ष चंदना कुमारी की तत्परता से राहुल को निप्पू से शादी कराने के लिए राजी किया गया. इसके बाद बुधवार को शहर के भयहरण स्थान में परिजनों और समाज के लोगों के समक्ष प्रेमी-प्रेमिका ने सात फेरे लिये. शादी संपन्न होने के बाद निप्पू अपने पिया संग पटना चली गयी. बता दें कि धोरैया थाना क्षेत्र के रणगांव निवासी राहुल कुमार एवं उसी गांव की निप्पू कुमारी के बीच पिछले तीन सालों से प्रेम प्रसंग चल रहा था, अचानक ही निप्पू को यह पता चला कि राहुल उसक ा साथ छोड़ अन्यत्र शादी रचा रहा है.
इसके बाद युवती ने स्थानीय शहर वासी की मदद से महिला थानाध्यक्ष चंदना कुमारी से मुलाकात कर आपबीती बतायी. इसके बाद महिला थानाध्यक्ष ने गांव पहुंच कर जांच आरंभ कर दी. अचानक राहुल सिंह ने अपनी प्रेमिका से मुलाकात कर पुलिस के समक्ष विवाह रचाने को राजी हुए. जिसके अनुसार बुधवार को मंदिर में सिंदूर दान और सात फेरे पूरे हुए. वहीं उसके बाद पुलिस के समक्ष दूल्हा दूल्हन एवं दोनों ही परिवार के परिजन और गांव के लोग शरीक हुए. आखिर में कोर्ट में भी दूल्हा दूल्हन ने अपनी हाजिरी लगायी. इसके बाद नवदंपत्ति पटना के लिए रवाना हुए. प्रभात खबर ने युवती के थाना पहुंचने एवं अपने प्रेमी से शादी रचाने की गुहार लगाने के मामले को 1 मई के अंक में प्रमुखता से प्रकाशित किया था. जिसके लिए प्रभात खबर परिवार एवं महिला थानाध्यक्ष को शादी में हिस्सा लेने पहुंची युवती के माता पिता, मौसा मौसी तथा शादी में शामिल हुए.