सख्ती. शराबबंदी को ले पुलिसिया दबिश से शराबियों में हड़कंप
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दो दिन के अंदर चली ताबड़तोड़ छापेमारी, 70 शराबी गिरफ्तार
सख्ती. शराबबंदी को ले पुलिसिया दबिश से शराबियों में हड़कंप एक अप्रैल, 2016 से अबतक 1500 से अधिक शराबियों की हो चुकी है गिरफ्तारी बांका : शराब के खिलाफ पुलिसिया हनक जबरदस्त तरीके से क्षेत्र में बोल रही है. विगत दो दिन के अंदर चले छापेमारी अभियान में 70 से अधिक शराबियों को पकड़कर जेल […]
एक अप्रैल, 2016 से अबतक 1500 से अधिक शराबियों की हो चुकी
है गिरफ्तारी
बांका : शराब के खिलाफ पुलिसिया हनक जबरदस्त तरीके से क्षेत्र में बोल रही है. विगत दो दिन के अंदर चले छापेमारी अभियान में 70 से अधिक शराबियों को पकड़कर जेल भेज दिया गया है. पुलिस की लगातार बढ़ रही दबिश से शराबी व माफियाओं में जबरदस्त हड़कंप मचा हुआ है. नतीजतन, शराब पीना तो दूर हाथ लगाने में भी सौ बार सोचनी पड़ रही है. जानकारी मुताबिक एसपी चंदन कुशवाहा ने सशक्त प्लान तैयार कर एरिया में अवैध शराब व शराबी के धड़-पकड़ अभियान चलाया गया है. जानकारी के मुताबिक जिले में इतनी संख्या में ताबड़तोड़ गिरफ्तारी पहले कभी नहीं हुई थी.
ज्ञात हो कि सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक अप्रैल 2016 से पूर्ण शराबबंदी की घोषणा की थी. कानूनी प्रावधान के मुताबिक शराब पीना, रखना, बनाना व अवैध व्यापार सभी गैर कानूनी है. पुलिस प्रशासन व उत्पादन विभाग ने अबतक 13340 छापेमारी की है. इस दरम्यान बिहार मद्य निषेध अधिनियम के तहत 1500 से अधिक लोगों की गिरफ्तारी भी की गयी है. जबकि ग्रामीण व जंगली इलाके में भी पुलिस की छापेमारी सघन रूप से चलायी गयी है. इस दरम्यान अवैध शराब जब्त के साथ भट्ठी को भी ध्वस्त किया गया है.
एक अप्रैल, 2016 से सात दिसंबर, 2017 तक की कार्रवाई
छापेमारी – 13340
गिरफ्तारी – 1418
दर्ज मामला- 1233
आरोप पत्र- 1025
जब्त अवैध चुलाई शराब 826.500 लीटर
जब्त अवैध देशी शराब 3410.605 लीटर
मसालेदार शराब 1170.800 लीटर
अवैध विदेशी शराब 7928.470 लीटर
अवैध बीयर- 46.500 लीटर
165 मामले स्पीडी ट्रायल पर
शराबबंदी के बाद स्पीडी ट्रायल के तहत अबतक तीन मामले की सुनवाई पुरी हो चुकी है. जबकि 165 मामले अभी स्पीडी ट्रायल पर है, जिसका फैसला भी अतिशीघ्र आने की संभावनाएं जतायी जा रही है. जानकारी मुताबिक शराबबंदी की तिथि से सात दिसंबर 2017 तक में शराब अधिनियम के तहत 1233 मामले दर्ज किये गये हैं. इसमें से 1025 का चार्ज सीट भी समर्पित कर दिया गया है. अबतक मद्य निषेध अधिनियम के तहत 11 आरोपितों को सजा सुनायी जा चुकी है.
शराबबंदी कानून को सख्ती से प्रभावी बनाने के लिए पुलिस की कार्रवाई सघन रूप से चल रही है. किसी भी सूरत में कानून के विपरीत लोगों को चलने की अनुमति नहीं दी जायेगी. बिहार मद्य निषेध अधिनियम के तहत गिरफ्तार अभियुक्तों को स्पीडी ट्रायल के तहत सजा दिलाने की कोशिश जारी है.
चंदन कुशवाहा, एसपी
जिले के सभी थानाें की पुलिस ने की कार्रवाई: शराबबंदी लागू होने के बाद इतनी संख्या में गिरफ्तारी पूर्व में कभी नहीं हुई थी. नतीजतन दो दिन के अंदर चले जबरदस्त अभियान से पुलिस कर्मी व पदाधिकारियों का पसीना छूट गया. एसपी के निर्देश पर गिरफ्तारी के साथ प्राथमिकी व जेल पहुंचाने में जिस गति से पहल की गयी वह सराहनीय है. छापेमारी अभियान में कमोबेश सभी थानों ने शराबियों को दबोचा है.
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