औरंगाबाद शहर : जिले की प्रमुख सांस्कृतिक संस्थान दानिका संगीत महाविद्यालय के रफीगंज ईकाई का प्रथम वार्षिकोत्सव सोमवार को स्टेशन परिसर के प्रांगण में धूमधाम से मनाया गया. कार्यक्रम का उदघाटन थानाध्यक्ष संजय कुमार सिंह, प्रो रविंद्र प्रसाद, कथक गुरु देवबलीजी महाराज ने संयुक्त रूप से किया. इस अवसर पर महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए थानाध्यक्ष ने कहा कि संगीत ईश्वरीय शक्ति है और यह एक साधना भी है.
यदि कोई व्यक्ति संगीत की शिक्षा ग्रहण कर लेता है, तो निश्चित रूप से वह संस्कारी हो जाता है. क्योंकि संगीत त्याग व प्रेम सिखाता है. उन्होंने संस्थान के निदेशक रविंद्र कुमार को बधाई देते हुए कहा कि रफीगंज जैसे पिछड़े क्षेत्र में ग्रामीण बच्चों के बीच संगीत की शिक्षा देकर इन्होंने न सिर्फ बच्चों के अंदर आत्मचेतना भी जागृति किया है. कार्यक्रम का संचालन संस्थान के निदेशक डा रविंद्र कुमार ने किया. कलाकारों ने एक से बढ़ कर एक कला दिखायी व दर्शकों का मनोरंजन किया. सनोज सागर के भजन सुन लोग तालिया बजाने पर मजबुर हो गये. कौशर किशोर मंडल ,आस्था सिन्हा ने भी प्रस्तुति दी. मौके पर सुनील राज सहित कई लोग उपस्थित थे.