पटना / औरंगाबाद : बिहार के औरंगाबाद जिले के रहने वाले एक युवक समेत कुछ और लोगों को ओड़िसा में जिंदा जला देने का सनसनीखेज मामला सामने आया है. औरंगाबाद संवाददाता के मुताबिक विवाद खुले में शौच करने को लेकर हुआ था. बताया जा रहा है कि जिले के ओरा गांव के रहने वाले विनय कुमार की इस घटना में मौत हो गयी है. जबकि उसके साथ रह रहे सीतामढ़ी के हैदर अली, हीनू राम, सीवान के रंजन कुमार गंभीर रूप से झुलस गये. बताया जा रहा है कि इन युवकों का ओड़िसा के स्थानीय लोगों से खुले में शौच जाने को लेकर विवाद हुआ था. सभी झुलसे युवकों को राउरकेला इस्पात हॉस्पिटल में भरती कराया गया है.
परिजन ओड़िसा रवाना
मृतक के पिता बालरूप यादव ने बताया कि चारों उड़ीसा के राउरकेला के लोहुनीपाड़ा थाना क्षेत्र में रहते थे और सुंदरगढ़ स्थित भास्कर स्टील फेरो लिमिटेड कंपनी में काम करते थे.जानकारीके मुताबिकवहांरहने वाले सभी प्रवासी मजदूर झोपड़ी में रहते हैं, जहां टायलेट की सुविधा नहीं है. इस कारण शौच के लिए उन्हें बाहर जाना पड़ता था. झोपड़ी के आसपास खेतों में शौच जाने के कारण स्थानीय लोगों से पूर्व में झड़प भी हुई थी. मौत की खबर मिलते ही ओरा गांव में मातम पसर गया. जबकि मृतक के पिता बालरूप यादव अपने भाई राम स्वरूप यादव के साथ ओड़िसाके लिये रवाना हो गये हैं.
पहले भी हो चुकी है झड़प
बताया जा रहा है कि अभी तक शव गांव में नहीं आया है घटना के बाद गांव में मातम का माहौल है. प्रवासी मजदूर वहां चॉलनुमा झोपड़ी में रहते हैं, जहां टॉयलेट की सुविधा नहीं है. सभी लोग शौच के लिए बाहर जाते हैं. स्थानीय लोगों की मानें तो प्रवासी मजदूरों से पहले भी स्थानीय लोगों की झड़प हो चुकी है. घटना की जानकारी मिलने के बाद सभी के परिजन उड़ीसा के लिये रवाना हो चुके हैं.