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शराबी शिक्षक सहित तीन गिरफ्तार, गये जेल
औरंगाबाद शहर : बिहार में पूर्ण शराबबंदी के बावजूद शराब बेचने और पीनेवालों की कमी नहीं है. ये अलग बात है कि प्रतिदिन शराबियों व धंधेबाजों को पकड़ने के लिए पुलिस अभियान चला रही हो. शराबबंदी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का ऐतिहासिक निर्णय साबित हुआ है. इसमें कोई दो राय नहीं है कि शराब बंदी के […]
औरंगाबाद शहर : बिहार में पूर्ण शराबबंदी के बावजूद शराब बेचने और पीनेवालों की कमी नहीं है. ये अलग बात है कि प्रतिदिन शराबियों व धंधेबाजों को पकड़ने के लिए पुलिस अभियान चला रही हो.
शराबबंदी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का ऐतिहासिक निर्णय साबित हुआ है. इसमें कोई दो राय नहीं है कि शराब बंदी के बाद लाखों जिंदगियां संवरी है. लेकिन, कुछ लोग ऐसे भी हैं, जो अपनी ओछी हरकतों से विकसित हो रहे समाज को बदनाम करने में लगे हुए हैं. जिन्हें राष्ट्र का निर्माता कहा जाता है, जिनके ऊपर जिंदगी संवारने की जिम्मेवारी है, वो खुद अगर बुरे कर्मों के पीछे भाग रहे हैं, तो समाज की बदनामी तय है. नगर थाना पुलिस ने मंगलवार की रात शराब के नशे में धुत तीन लोगों को शहर से गिरफ्तार किया, जिसमें एक सरकारी विद्यालय का शिक्षक निकला. नगर थानाध्यक्ष राजेश वर्णवाल ने बताया कि बस पड़ाव मोड़ के समीप पुलिस अवर निरीक्षक राजकुमार सिंह के नेतृत्व में ठाकुरबाड़ी रोड के मुनटुन कुमार और बिराटपुर मुहल्ले के अजय चौधरी को गिरफ्तार किया गया.
ये दोनों शराब के नशे में धुत थे. अवर निरीक्षक आनंद कुमार के नेतृत्व में गांधीनगर मुहल्ले के समीप एनएच से शराब के नशे में गाली-गलौज कर रहे पिपरडीह निवासी रामसुंदर यादव को गिरफ्तार किया गया. तीनों शराबियों की सदर अस्पताल में मेडिकल करायी गयी और पुष्टि होने के बाद प्राथमिकी दर्ज कर तीनों को जेल भेज दिया गया. पता चला कि मुनटुन कुमार सरकारी विद्यालय में शिक्षक है. वैसे पूर्व में भी कई शराबी शिक्षक जेल जा चुके हैं. सवाल यह उठता है कि क्या ऐसे शिक्षकों को अपने पद व समाज में बदनामी का डर क्यों नहीं लगता.
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