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प्रेम प्रसंग के मामले में हुई तीनों हत्याएं!

कुछ घंटे में ही पुलिस ने तिहरे हत्याकांड की गुत्थी सुलझायी, पांच गिरफ्तार 15 दिनों के भीतर न्यायालय में समर्पित होगा चार्जशीट औरंगाबाद नगर : जिले के देवकुंड थाना क्षेत्र के महराजगंज गांव में सोमवार की रात हुए तिहरे हत्याकांड की गुत्थी पुलिस ने घटना के कुछ घंटे बाद ही सुलझा ली. साथ ही, इस […]

कुछ घंटे में ही पुलिस ने तिहरे हत्याकांड की गुत्थी सुलझायी, पांच गिरफ्तार
15 दिनों के भीतर न्यायालय में समर्पित होगा चार्जशीट
औरंगाबाद नगर : जिले के देवकुंड थाना क्षेत्र के महराजगंज गांव में सोमवार की रात हुए तिहरे हत्याकांड की गुत्थी पुलिस ने घटना के कुछ घंटे बाद ही सुलझा ली. साथ ही, इस घटना में शामिल पांच लोगों को गिरफ्तार भी कर लिया गया है. अन्य लोगों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी पूरे जिले में की जा रही है. मंगलवार को पुलिस अधीक्षक सत्यप्रकाश ने प्रेसवार्ता के दौरान कहा कि तीनों व्यक्तियों की हत्या प्रेम-प्रसंग के कारण हुई है. इस हत्या में गांव के ही लोग शामिल थे.
जिस तरह से तीनों की हत्या की गयी है, उसमें जान-पहचान के भी कुछ लोग शामिल होंगे. क्योकि कौन कहां सोते थे, उसकी पूरी जानकारी थी. इन लोगों की हत्या करीब साढ़े बारह बजे रात में हुई है. विनय पासवान, चंद्रेश पासवान की हत्या गोली मार कर की गयी है, जबकि परमेश्वर पासवान की हत्या तेज हथियार से की गयी है. पुलिस अनुसंधान के क्रम में जो बात सामने उभर कर आई से उसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जा रही है. मृतक के परिजनों ने इस हत्या में बौध यादव, जयमंगल यादव, संजय यादव, मृत्युजंय यादव सहित अन्य लोगों का नाम बताया है. हत्या के पीछे प्रेम प्रसंग की बात सामने आ रही है.
डेढ़ महीने पहले बौध यादव की बेटी का हुआ था अपहरण
एसपी ने बताया कि करीब डेढ़ माह पहलेे बौध यादव की शादीशुदा बेटी का अपहरण परमेश्वर पासवान के पुत्र गोरेलाल पासवान ने कर ली थी. इस घटना के बाद बौध यादव द्वारा इसकी कोई शिकायत पुलिस से नहीं की गयी थी. बल्कि, दवाव बना कर अपहृत लड़की को वापस बुला लिया गया था. इसके बाद गांव में पंचायती हुई थी. जिसमें गोरे लाल पासवान को पांच साल तक के लिए गांव छोड़ने का फरमान जारी किया था. उसके बाद से ही गोरेलाल पासवान गांव छोड़ कर बाहर चला गया.
उसके बाद बौध यादव व उनके परिजन लगातार परमेश्वर पासवान व उसके परिजनों को देखने की धमकी दे रहे थे. बावजूद इन लोगों ने भी इसकी सूचना पुलिस को नहीं दी थी. दोनों पक्षों के बीच अंदर ही अंदर कलह चल रहा था. इसी आक्रोश के कारण इन तीनों की हत्या की गयी है. यही नहीं इस हत्या में एक अन्य परिवार अवधेश यादव का भी हाथ होने की बात सामने आ रही है. इस पर पुलिस छानबीन कर रही है.
एक दिन पहले घटनास्थल पर था अवधेश
एसपी सत्यप्रकाश ने बताया कि प्रेम प्रसंग में जिन तीन लोगों की हत्या जहां पर हुई है. उस घटना के एक दिन पहले अवधेश यादव को घटनास्थल पर देख गया था. घटना घटने के बाद जब पुलिस अवधेश यादव के घर पर पहुंची, तो गेट में ताला बंद पाया. इसके बाद कुछ ही दूरी पर उसकी पत्नी आराधना देवी व पिता राम सकल सिंह मिले, जिन्हें पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. पूछताछ के क्रम में उक्त दोनों ने कई महत्वपूर्ण जानकारी दी. साथ ही, इस घटना में अपनी संलिप्तता भी स्वीकार की है. यहां तक कि इस घटना में अवधेश यादव के कुछ ससुरालवालों का भी हाथ है.
एसडीपीओ के नेतृत्व में जांच टीम गठित
एसपी सत्यप्रकाश ने बताया कि इस घटना का उद्भेदन करने व हत्या में शामिल अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए दाउदनगर एसडीपीओ संजय कुमार के नेतृत्व में एक जांच टीम का गठन किया गया है. जिसमें देवकुंड थानाध्यक्ष, गोह थानाध्यक्ष, उपहारा थानाध्यक्ष, हसपुरा थानाध्यक्ष व खुदवा थानाध्यक्ष को लगाया गया है. स्वयं एसपी भी इस कांड का अनुसंधान कर रहे हैं.
स्पीडी ट्रायल चला कर दिलायी जायेगी सजा
एसपी ने बताया कि तिहरे हत्याकांड में पुलिस को पर्याप्त सबूत मिल चुके हैं. 15 दिनों के भीतर पूरे मामले का अनुसंधान कर न्यायालय में चार्जशीट समर्पित कर दी जायेगी. वहीं स्पीडी ट्रायल चला कर सजा दिलायी जायेगी. इस हत्याकांड में डेहरी से डॉग स्क्वायड मंगाया गया है. वही जांच के लिये एफएसएल टीम को बुलायी गयी है.
पुलिस नहीं दिखाती तत्परता, तो भाग जाते आरोपित
तिहरे हत्याकांड में यदि पुलिस तत्परता नहीं दिखाती, तो इस हत्या में शामिल सभी लोग फरार हो जाते. एसपी ने बताया कि सबसे पहले उपहरा थाना की पुलिस मौके पर पहुंची और भाग रहे लोगों को गिरफ्तार किया.
इन्हें किया गया है गिरफ्तार
तिहरे हत्याकांड में शामिल पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है. जिनमें बौध यादव, जयमंगल यादव, राम सकल सिंह, संजय यादव, आराधना देवी शामिल हैं. साथ ही, अन्य लोगों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी चल रही है.
मृतक के परिजनों को मिलेगी सुरक्षा
एसपी ने बताया कि मारे गये लोगों के परिजनों को फिलहाल सुरक्षा दी जायेगी. यही नहीं, महाराजगंज गांव में भारी संख्या में पुलिस बलों की तैनाती की गयी है, जो कैंप कर रहे हैं.
मृतकों के परिजनों को मिलेगा मुआवजा
एसपी ने कहा कि मृतक के परिजनों को चार लाख 12 हजार प्रति परिवार मुआवजा की राशि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद दी जायेगी. फिलहाल पारिवारिक लाभ के तहत 20-20 हजार रुपये व कबीर अंत्येष्टि योजना के तहत तीन-तीन हजार रुपये दिये गये है. पुलिस हरसंभव मदद करने के लिये तैयार है.
पूरी प्लानिंग के साथ दिया घटना को अंजाम
अपराधियों ने इस तरह से पूरी प्लानिंग के तहत घटना काे अंजाम दिया कि गांव का एक भी कुत्ता उन्हें देख कर नहीं भौंका, जैसा कि पूछताछ के क्रम में लोगों ने बताया है.

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