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थाने में बना शादी का मंडप, सिपाही बने बराती
तीन साल तक प्रेम संबंध के बाद शादी से इनकार कर रहा था युवक लड़की की गुहार पर महिला थानाध्यक्ष ने की पहल औरंगाबाद सदर : सात जन्मों तक साथ निभाने का वादा करने वाले रिश्ते को शादी कहते हैं, जो हर किसी के लिये किसी हसीन सपने से कम नहीं होता. हर कोई चाहता […]
तीन साल तक प्रेम संबंध के बाद शादी से इनकार कर रहा था युवक
लड़की की गुहार पर महिला थानाध्यक्ष ने की पहल
औरंगाबाद सदर : सात जन्मों तक साथ निभाने का वादा करने वाले रिश्ते को शादी कहते हैं, जो हर किसी के लिये किसी हसीन सपने से कम नहीं होता. हर कोई चाहता है कि उसकी शादी बड़े धूमधाम से हो. वहीं दूल्हे -दुल्हन के लिये भी यह पल जीवन भर यादगार बना रहे, लेकिन, इससे कुछ अलग हट कर शादी का एक यादगार लमहा महिला थाना में देखने को मिला, जहां थाना शादी का मंडप बन गया और पुलिस वाले बराती व कैमरामैन. मंगलवार को नगर थाना में एक युवती रोते-बिलखते थानाध्यक्ष के पास पहुंची.
थानाध्यक्ष ने महिला थाना में उसे शिकायत करने की बात कही. महिला थानाध्यक्ष शकुंतला कुमारी के समक्ष पीड़िता श्वेता कुमारी ने अपनी आपबीती सुनाई और कहा कि निखिल कुमार नामक लड़के के साथ उसका प्रेम संबंध काफी दिनों से है और अब वह उसके बच्चे की मां भी बननेवाली है. ऐसे में वह शादी करने से इनकार कर रहा है. जिसके बाद महिला थानाध्यक्ष को लगा कि दोनों की की शादी हो जाये तो लड़की का जीवन संवर सकता है. फिर क्या था शकुंतला कुमारी ने निखिल को फोन लगाया, लेकिन फोन नहीं उठाया. फिर लड़की ने अपने नंबर से लड़के को फोन किया और थाना आने को कही, लेकिन निखिल इस बात से कतराता रहा. थानाध्यक्ष ने डांट पिलायी तो लड़का तुरंत थाने पहुंच गया.फिर थानाध्यक्ष शकुंतला ने लड़के की मां को थाना बुलाया, जहां सबों को राजी करते हुए इस प्रेमी युगल की थाने में शादी करायी.
थानाध्यक्ष ने बताया कि निखिल कुमार शहर के कामा बिगहा का रहनेवाला है और उसके पिता स्वर्गीय मिथिलेश सिंह बिजली विभाग में कार्यरत थे. उनके निधन के बाद निखिल की नौकरी भी बिजली विभाग में हो गयी है और लड़की श्वेता कुमारी नवीनगर के माली थाना क्षेत्र के साया गांव की रहनेवाली है, जो पिछले चार-पांच वर्षों से औरंगाबाद में रहकर सिन्हा कॉलेज से पढ़ाई कर रही है. इन दोनों के प्रेम कहानी की शुरुआत सिन्हा कॉलेज से ही पढ़ाई के दौरान शुरू हुई थी और बात काफी आगे बढ़ गयी थी .
बताते चलें कि थाने में हो रही शादी के दौरान लड़के की मां का रो-रोकर बुरा हाल था और प्रेमी निखिल भी काफी फूट-फूट कर रो रहा था. उसकी मां ने पुलिस के समक्ष कहा कि उसके बड़े बेटे की शादी भी लव मैरेज थी. इधर, लड़की के परिवारवाले के बारे में जब पूछा गया तो उसने बताया कि पिता कोलकता में काम करते हैं और मां हर्ट की मरीज है. इसलिए उन्हें सूचना नहीं दी गयी. बताते चलें कि शादी के दोनों पक्ष के गवाह के रूप में विराटपुर के पूर्व वार्ड पार्षद अशोक सिंह बने और शादी का खर्च भी उठाया.
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