सावधान ! कहीं फर्जी बिल तो नहीं मिल रहा
कुटुंबा (औरंगाबाद) : यदि आप बिजली का उपयोग करते हैं तो इससे मिलने वाले बिल के प्रति आप सावधान व सतर्क रहे. आप इसकी तहकीकात अवश्य कर लें कि आपके पास जो बिजली बिल भेजा गया है वह सही है या गलत. क्योंकि, इस तरह के कई मामले प्रखंड क्षेत्रों में सामने आयी है. किसी का बिजली बिल जमा करने के बाद भी पहले वाला बिल जोड़ कर आ रहा है, तो किसी के पास एक ही महीने में दो अलग-अलग बिल मिल रहा है.
ऐसा ही एक मामला कझपा निवासी सुरेंद्र प्रसाद सिंह के साथ हुआ. गौरतलब है कि सुरेंद्र प्रसाद सिंह के नाम से 16 जनवरी को निर्गत दो बिल मिले. पहले वाले बिल में उन्हें 101 रुपये बकाया दिखाया गया, जबकि 16 दिसंबर के डेट में एक दूसरा बिल निर्गत हुआ, जिसमें 705 रुपये का बकाया दिखाया गया है. इसके पहले भी 12 दिसंबर को इन्हें एक बिल भेजा गया, जिसमें 571 रुपये का बकाया है. दोनों बिल को लेकर जब वह पैसे जमा करने गये तो विभाग के लोगों ने बताया कि 101 रुपये ही आपका सही बिल है.
हालांकि, दोनों बिल के कागज पर उसके कलर में काफी अंदर पाया गया. सबसे बड़ी बात तो यह है कि आखिर इस तरह के बिल कहां से आ रहे हैं व विभाग भी इस बात पर मौन क्यों है? इसी तरह का एक मामला अंबा में अशोक कुमार दूबे के साथ पाया गया. उनका कहना है कि मीटर रीडिंग में 2283 यूनिट की जगह 228 देखा गया. इसके कारण अगले माह का बिल 10 हजार रुपये आया. इसके सुधार के लिए विभाग को कई बार आवेदन दिया, पर सुधार नहीं हो पाया. इसी तरह का मामला कुटुंबा थाने के गोवास गांव में देखने को मिला. उक्त गांव के प्रमोद सिंह ने बताया कि मेरे परिजन सुभाष सिंह व श्याम देव सिंह के नाम से 51-51 हजार रुपये का बिजली मीटर का बिल भेजा गया, जबकि वर्ष 1975-76 में जब 70 प्रतिशत माफी आया था.
उस समय सारा बिल जमा करके कनेक्शन समाप्त करवा लिया गया था. इसके बाद से बिजली विभाग द्वारा तार पोल भी लौटा दिया गया था. 38 वर्षो के बाद पुन: बिल आने से लोग हैरान हैं. इस संबंध में एसडीओ रूपक कुमार से संपर्क किया गया तो उन्होंने बताया कि नये कनेक्शनधारी उपभोक्ता के साथ दो तरह के बिल निर्गत होने की बातें कहीं. इसमें सॉफ्टवेयर की दिक्कत है. उन्होंने बताया कि नये कनेक्शनधारी को पहले जो बिल निर्गत हुआ है उसमें मात्र एक ही माह का बिल है, जबकि उनका कनेक्शन पिछले माह से ही चल रहा है. इसकी जांच कर फिर से पिछली राशि जोड़ कर बिल भेजी गयी है. एसडीओ ने बताया कि वैसे लोग जिनका रीडिंग गलत हुआ है और उन्होंने इसकी शिकायत की है तो उसकी सुधार की जायेगी.