33.5 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

24 अक्तूबर, 2013 को डीएम से पूछा गया था सवाल

27 जुलाई, 2016 को आया जवाब औरंगाबाद सदर : राजकीय मध्य विद्यालय मिडिल स्कूल गोह तक पहुंचने के लिये छात्रों को घुटने भर पानी में घुस कर आज भी विद्यालय का सफर तय करना पड़ता है. विद्यालय का रास्ता का पक्कीकरण नहीं होने के कारण बच्चों को बहुत परेशानी उठानी पड़ती है. इस मामले से […]

27 जुलाई, 2016 को आया जवाब

औरंगाबाद सदर : राजकीय मध्य विद्यालय मिडिल स्कूल गोह तक पहुंचने के लिये छात्रों को घुटने भर पानी में घुस कर आज भी विद्यालय का सफर तय करना पड़ता है. विद्यालय का रास्ता का पक्कीकरण नहीं होने के कारण बच्चों को बहुत परेशानी उठानी पड़ती है. इस मामले से संबंधित आरटीआइ कार्यकर्ता त्रिपुरारि पांडेय ने सूचना के अधिकार माध्यम से जिला पदाधिकारी से सूचना मांगी गयी कि आखिर विद्यालय का रास्ता क्यों नहीं बनाया गया,
तो उसका जवाब तीन साल बाद विद्यालय के प्राचार्य ने सुनवाई के क्रम में दिया. आरटीआइ कार्यकर्ता त्रिपुरारि पांडेय बताते हैं कि बच्चों की परेशानी को देखते हुए 24 अक्तूबर, 2013 को रास्ते का निर्माण क्यों नहीं कराया गया से संबंधित सूचना मांगी गयी, तो उसका जवाब 27 जुलाई, 2016 को तीन साल बाद दिया गया.
वह भी जवाब ऐसा गोल-मटोल की, जिससे बच्चों की परेशानी हल नहीं हो सके. मिडिल स्कूल गोह के प्राचार्य शशि प्रभा ने सुनवाई के क्रम में यह जवाब दिया कि रास्ते के निर्माण से संबंधित आग्रह जनप्रतिनिधि से की गयी है. जल्द ही रास्ते का निर्माण करवाया जायेगा. जबकि, सूचना के अधिकार माध्यम से यह भी पूछा गया था कि बच्चों को छात्रवृत्ति, पोशाक राशि, मध्याह्न भोजन पर प्रतिवर्ष खर्च व विद्यालय के भवन निर्माण में कितनी राशि प्राप्त हुई और कितना खर्च हुआ तथा मध्याह्न भोजन में कितने बच्चे उपस्थित रहते हैं और अक्तूबर, 2013 तक में विद्यालय की कितनी राशि शेष बची है,
भी मांगी गयी थी. इनका जवाब तो मिल गया था, लेकिन रास्ते के निर्माण का जवाब तीन साल बाद मिलने से विकास कार्य पर प्रश्नचिह्न खड़ा करता है. तीन वर्ष तक रास्ते के निर्माण से संबंधित कोई सूचना नहीं दी गयी और जब सूचना मिली भी तो इन तीन वर्षों में रास्ते का मामला हल नहीं हो सका. ऐसे में बच्चे आज भी विद्यालय घुटने भर पानी में घुस कर पहुंचते हैं. विद्यालय के चारों ओर जल जमा रहता है, जो बच्चों के शिक्षा को प्रभावित कर रहा है.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें