जाम से कराह रहा शहर – लीड(फोटो नंबर-11) – शहर में लगा जाम का नजारा. कब मिलेगी मुक्ति. लाख कोशिशों के बाद भी अतिक्रमणमुक्त नहीं हुआ पुरानी जीटी रोडइंट्रो — औरंगाबाद शहर में जाम अब कोढ़ का रूप ले चुका है, जिसका इलाज लाख कोशिशों के बाद भी नही हो पा रहा है. पुरानी जीटी रोड के साथ-साथ महाराजगंज रोड भी जाम की चपेट में है. शहर में भारी वाहनों पर रोक के दावे फेलप्रतिनिधि 4 औरंगाबाद (ग्रामीण)शहर के पुरानी जीटी रोड पर आये दिन लग रहे जाम से लोग त्राहिमाम कर रहे हैं. खासकर सुबह व शाम में लगनेवाले जाम ने लोगों शहरवासियों को परेशानी में डाल दिया है. रोजमर्रा की सामान लेना हो, किसी रिश्तेदार से मिलने जाना हो या कोई इमरजेंसी हो, अगर समय से पहले आप घर से नहीं निकलते हैं, तो जाम की चपेट में आना तय है. पुरानी जीटी रोड बाजार पथ को अतिक्रमणमुक्त कराने के सभी दावे फेल हो गये हैं. अब तो लोगों ने यहां तक कहना शुरू कर दिया है कि नेताओं से अधिक प्रशासनिक पदाधिकारी घोषणा करते हैं और हर घोषणा छलावा साबित हो रहा है. पुरानी जीटी रोड से शहर में भारी वाहनों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाया गया था. नगर थानध्यक्ष एसके सुमन ने मीडिया के समक्ष दावा किया था कि इस बाजार पथ से गुजरनेवाले भारी वाहनों, चाहे वह पिकअप या ट्रैक्टर ही क्यों न हो, पर कार्रवाई की जायेगी. थानाध्यक्ष के दावे उन्हीं तक सिमट कर रह गये. खानापूर्ति के लिए एकाध वाहन पकड़े गये, लेकिन अब इस पर कोई ध्यान ही नहीं देता है. वैसे भी औरंगाबाद पुलिस को बाइक चेकिंग से फुरसत ही नहीं है. प्रशासन के दावे में नहीं दिखा दमअवकाश प्राप्त शिक्षक रामजनम सिंह, महेंद्र सिंह, समाजसेवी व रंगकर्मी आफताब राणा कहते हैं कि पुरानी जीटी रोड में आये दिन लगनेवाले जाम से शहरवासियों को छुटकारा नहीं मिल रहा है. पिछले सात वर्षों से अब तक हर रोज पुरानी जीटी रोड को अतिक्रमणमुक्त कराने की घोषणा व दावा प्रशासन के वरीय पदाधिकारी करते आ रहे हैं, लेकिन इनके दावे में कभी भी दम नहीं दिखा. जो स्थिति पांच साल पहले थी, वह आज भी है. बल्कि यूं कहें कि अब अतिक्रमणकारियों का इस रोड पर साम्राज्य स्थापित हो गया. जाम के पीछे जितने जिम्मेवार ठेले-खोमचेवाले हैं, उससे अधिक जिम्मेवार ऑटोचालक हैं. रूट निर्धारण, ट्रैफिक व्यवस्था, निर्धारित वाहन स्टैंड व ऑटो ड्रेस कोड सहित कई नियम व कानून का हवाला देकर शहरवासियों को परेशानियों से मुक्ति दिलाने के दावा प्रशासन द्वारा किया गया था, लेकिन इनमें से एक भी नियम लागू नहीं हुआ. अब तो महाराजगंज रोड, शाहपुर रोड, धरणीधर रोड व नावाडीह रोड में जाम लगना शुरू हो गया है. इसके पीछे कहीं न कहीं बाजार पथ में लग रहा जाम ही जिम्मेवार है.हर बार किया जाता है अतिक्रमणमुक्त का वादापुरानी जीटी रोड बाजार पथ से अतिक्रमण हटाने व शहरवासियों को जाम से मुक्ति दिलाने के लिए प्रशासनिक पदाधिकारी सिर्फ दावे करते हैं, लेकिन इस पर अमल नहीं किया जाता है. जब भी मीडिया के लोग इस बारे में सवाल करते हैं, तो पदाधिकारियों द्वारा रटा-रटाया बयान दिया जाता है कि जल्द ही बाजार पथ से अतिक्रमण हटेगा. अब सवाल यह उठता है कि जब पदाधिकारी ही जिम्मेवार नहीं हैं, तो आम लोगों की कौन कहे.
Advertisement
जाम से कराह रहा शहर – लीड
जाम से कराह रहा शहर – लीड(फोटो नंबर-11) – शहर में लगा जाम का नजारा. कब मिलेगी मुक्ति. लाख कोशिशों के बाद भी अतिक्रमणमुक्त नहीं हुआ पुरानी जीटी रोडइंट्रो — औरंगाबाद शहर में जाम अब कोढ़ का रूप ले चुका है, जिसका इलाज लाख कोशिशों के बाद भी नही हो पा रहा है. पुरानी जीटी […]
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement