नगर पर्षद के वार्ड 25 में सफाई को लेकर जागरूकता जरूरी पानी व सड़क की व्यवस्था ठीक नहीं (फोटो नंबर-26,27)कैप्शन- कचरो से भरी नाली, नरेन्द्र सीनेमा हॉल के पास कचरो का लगा अंबार औरंगाबाद (सदर) जब वार्ड के लोग समस्याओं से घिरे हों और नगर पर्षद भी वार्ड पर ध्यान नहीं दे तो वार्ड का विकास कैसे संभव है. कहीं-कहीं टूटी सड़कें, क्षतिग्रस्त नाली व कचरों का ढेर देख ऐसा लगता है कि नगर पर्षद इन दुरुस्त करने में फेल है. नगर पर्षद के वार्ड संख्या 25 शहर का एक अभिन्न हिस्सा है. शाहपुर मुहल्ले के अंतर्गत आने वाले ये वार्ड जनसंख्या के हिसाब से धीरे-धीरे बढ़ रहा है. बहुत से लोग यहां के पुराने वाशिंदे हैं, जो नगर पर्षद के विकास कार्य को भली भांति समझते भी हैं और उसे होते देखे भी हैं. वार्ड में नये लोगों के बसने से मकानों की संख्या बढ़ी है. जाहिर है ऐसे में घर से निकलने वाले मलबे, कचरे व नाली का पानी भी बढ़ा होगा. पर, इस वार्ड के विकास के लिए रुपये हमेशा कम ही रखा गया. वार्ड पार्षद के प्रयास से वार्ड में कई जगहों पर पीसीसी सड़क व नाली बनायी गयी. लोगों के घर से होकर निकलने वाले नालियों को एक साथ जोड़ा गया है. फिर भी वार्ड स्वच्छता के मामले में पीछे है. पेयजल के लिए चापाकल भी लगाये गये, लेकिन उसकी संख्या कम होने से लोग पेयजल की सुविधा से वंचित रहते हैं. वार्ड 25 की पार्षद बिंदा देवी दूसरी बार वार्ड से चुन कर नगर पर्षद में भेजी गयी. यहां तक कि नगर पर्षद में इन्हें स्थायी समिति में शामिल किया गया. पर, वार्ड को लाभ देने के वक्त इन्हें उपेक्षित कर दिया गया. यहां सफाई व्यवस्था अन्य वार्डों की अपेक्षा ठीक है, पर जागरूकता की बेहद आवश्यकता है. लोग कूड़ेदान का प्रयोग ने कर नालियों में कचरे में फेंका करते हैं. यहां मकान से निकलने वाले मलबे भी नालियों में फेंक देने से समस्या उत्पन्न हो जाती है.——————नये इलाके पर नगर पर्षद का ध्यान नहींवार्ड के विकास के लिए पार्षद द्वारा प्रयास तो दिखता है पर अन्य वार्डों की अपेक्षा इस वार्ड को बहुत कम विकास के लिए रुपये दिये गये. ऐसा लगता है कि नगर पर्षद ने पार्षद की उपेक्षा की है. शैलेंद्र कुमार सिन्हाहर एक दो दिन पर वार्ड की सफाई होती है. कचरे उठाये जाते हैं लेकिन जागरूकता की कमी के कारण घर से निकलने वाले कचरों को नाली में फेंक दिया जाता है. ऐसे में वार्ड की नालियां भर जाती है. वार्ड में नाली का अभाव है. राजेश कुमारवार्ड के विकास से संबंधित मूलभूत सुविधाओं पर ध्यान दिया जाये तो पेयजल उपलब्ध कराने में ये वार्ड कमजोर है. लोगों को शुद्ध पेयजल के लिए दिक्कत होती है. सफाई होती है पर कूड़ेदान का उपयोग नहीं होता. अजय कुमार सिंहवार्ड में नये इलाकों के लिए सड़क की जरूरत है. बहुत से स्थानों पर पीसीसी कार्य हुआ है पर अभी तक नये इलाके पर नगर पर्षद का ध्यान नहीं गया है. वार्ड में हर ऐसी सुविधा को बहाल करना होगा जिससे ये लगे कि हम शहर में निवास करते हैं.टून मेहता———————————–विकास के लिए मिले कम रुपयेवार्ड 25 के पार्षद प्रतिनिधि विजय कुमार मेहता ने बताया कि वार्ड के लोगों को सबसे पहले नगर पर्षद की तमाम योजनाओं का लाभ दिया जाता है. नगर पर्षद से अब तक 25 लाख रुपये पीसीसी सड़क व नाली के निर्माण के लिए मिले, जिसे विकास में खर्च किया गया. लगभग तीन साल की अवधि में कम रुपये मिलने से वार्ड के लोगों में असंतोष का अभाव है. वार्ड में दो चापाकल लगाये गये पर वे पर्याप्त नहीं है. रोशनी के लिए 20 एलइडी लाइट लगाये गये हैं. विजय मेहता कहते हैं कि उनके पार्षद को स्थायी समिति में रखकर भी उपेक्षित किया जाता है. कई वार्डों को विकास के लिए काफी रुपये मिले.
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नगर पर्षद के वार्ड 25 में सफाई को लेकर जागरूकता जरूरी
नगर पर्षद के वार्ड 25 में सफाई को लेकर जागरूकता जरूरी पानी व सड़क की व्यवस्था ठीक नहीं (फोटो नंबर-26,27)कैप्शन- कचरो से भरी नाली, नरेन्द्र सीनेमा हॉल के पास कचरो का लगा अंबार औरंगाबाद (सदर) जब वार्ड के लोग समस्याओं से घिरे हों और नगर पर्षद भी वार्ड पर ध्यान नहीं दे तो वार्ड का […]
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