गंदगी के बीच वार्ड 10 के लोगों की कट रही जिंदगी सड़कों पर फैला है कूड़ा व नाली का पानी सालों भर वार्ड में पानी के लिए मचा रहता है हाहाकार मुख्य पार्षद हैं यहां के जनप्रतिनिधि, फिर भी नहीं हो रही साफ-सफाई (फोटो नंबर-7,8,9 बाकी नाम से)कैप्शन- औरंगाबाद (सदर) नगर पर्षद का वार्ड 10 कहने को तो मुख्य पार्षद का इलाका है, पर यहां बुनियादी सुविधाओं का घोर अभाव है. यहां सड़क, नाली व कूड़ेदान की कमी स्पष्ट दिखायी देती है. बुनियादी सुविधाओं के अंतर्गत आनेवाले जल का संकट हमेशा गहराया रहता है. जल के बिना कोई भी कार्य संभव नहीं है. यह वार्ड जल संकट से सालों भर जूझता रहता है. गंदगी इस वार्ड की पहचान बन गयी है. नाली का पानी सड़क पर और कचरों से पटा सड़क कभी भी साफ नहीं कराया जाता है. वार्ड 10 का कुछ हिस्सा मलिन बस्ती में शामिल है. जहां सुविधाओं का घोर अभाव है. शाम होते ही यहां अंधेरा पसर जाता है. कभी-कभार दूसरे वार्ड पार्षदों द्वारा नाली सफाई कराये जाने के बावजूद उसका उठाव नहीं हो पाता. बहुत जगहों पर सड़कें टूटी हुई है. अब तक ‘प्रभात खबर’ द्वारा क्रमश: 10 वार्ड तक का जायजा लिया जा चुका है. इस दौरान देखा गया कि अब तक का सबसे गंदा व अभाव वाला वार्ड कोई है तो वह वार्ड 10 है. सचमुच यहां के लोग अभाव की जिंदगी गुजार रहे हैं. बेबस लोग अपने वार्ड पार्षद से कहीं से संतुष्ट नहीं दिखते, उनकी समस्याओं से जुड़े सवाल जब पूछे जाते हैं तो उनके जवाब से ऐसा लगता है कि कोई जख्म कुरेदा जा रहा है. लोग वार्ड पार्षद के कार्य को लेकर भड़क उठते हैं. कहते हैं कि वार्ड पार्षद हमलोगों की शिकायत का परवाह नहीं करते. ऐसे में जब कोई समस्या उत्पन्न होती है तो हमें कुछ समझ में नहीं आता कि आखिर अपनी परेशानी किसको सुनाये.पानी के लिए आपस में भिड़ते हैं लोग : नगर पर्षद द्वारा वार्ड-10 में वैसे तो आठ चापाकल लगाये गये हैं. पर, वार्डवासियों की प्यास बुझाने के लिये वे पर्याप्त नहीं हैं. इस वार्ड के कुरैसी मुहल्ले में सालों भर जल संकट बना रहता है. लोग पानी के लिए एक दूसरे से भिड़ जाते हैं. स्थानीय महिलाएं बताती हैं कि सांसद निधि से पोस्टमार्टम हाउस के समीप एक बोरिंग करायी गयी थी. उसी से अपना काम चल रहा है. अन्य लोगों से बात करने पर पता चला कि सांसद निधि द्वारा पूर्व में बोरिंग कराया गया था और पीएचइडी से एक ऑपरेटर की भी व्यवस्था की गयी थी. जो समय पर आकर मोटर चालू कर दिया करता था, लेकिन कुछ ही महीनों में ये व्यवस्था खत्म हो गयी. अब तो लोगों को जब पानी चाहिए होता है तो किसी एक व्यक्ति को पोस्टमार्टम हाउस जाना पड़ता है और मोटर चालू कर वापस पानी भरने आना पड़ता है. मुहल्लेववासी बताते हैं कि नल के पानी से ही लोगों का घर का सारा काम होता है. मंगलवार को जब इस वार्ड का जायजा लिया जा रहा था उस वक्त देखा गया कि मुहल्ले में लाइट नहीं थी और पानी के लिए नल के समीप बैठीं महिलाएं इंतजार कर रही थी.मुख्य सड़क पर पसरा रहता है कूड़ा : वार्ड-10 के मुख्य सड़क पर कचरा पसरा रहता है. नालियों की सफाई कराने के बाद उससे जो कचरा निकलता है उसे भी सड़क पर छोड़ दिया जाता है. जामा मसजिद से होकर जाने वाली मुख्य सड़क जो कुरैशी मुहल्ले की तरफ जाती है, दुर्घटनाग्रस्त सड़क बन गयी है. सड़क के बीच बने नाली के ढक्कन क्षतिग्रस्त हो जाने से बड़ा गड्ढा उभर आया है. चारपहिया वाहन गुजरने में दुर्घटना का शिकार होते हैं. वहीं रात के अंधेरे में पैदल चलने वाले लोग और बाइक सवार भी दुर्घटना के शिकार होते रहते हैं. मसजिद के समीप के दुकानदार कहते हैं कि इसकी शिकायत कई बार की गयी, पर आज तक नाली पर ढक्कन नहीं डाला गया. पुरानी जीटी रोड का एक बड़ा हिस्सा वार्ड-10 का है अंग : वार्ड-10 के अंतर्गत पुरानी जीटी रोड का एक बहुत बड़ा हिस्सा आता है. इस वार्ड के अंतर्गत सदर अस्पताल कंपाउंड, पोस्टमार्टम हाउस, बद्री नारायण मार्केट सहित कई मुहल्ले आते हैं. वार्ड 10 के मुख्य सड़क के हिस्से में प्रतिष्ठित दुकानें भी हैं. पर यहां की साफ-सफाई देख कर कोई ये नहीं कह सकता कि ये मुख्य पार्षद का इलाका है. सदर अस्पताल कंपाउंड में कूड़ा फेंका जाता है. तो पोस्टमार्टम हाउस के समीप कई जगहों पर जलजमाव की स्थिति बनी रहती है. मुख्य सड़क यानी जीटी रोड भी कचरों से पटा रहता है. कभी भी इनके सौंदर्यीकरण पर ध्यान नहीं दिया जाता. बद्री नारायण मार्केट में पार्किंग की सुविधा भी सही तरीके से नहीं की गयी है. वार्ड 10 के लोग इसी आलम में अव्यवस्थित तरीके से रह रहे हैं. ———————————-क्या कहते हैं लोगमुहल्ले की साफ-सफाई वार्ड पार्षद नहीं कराते हैं. दूसरे वार्ड के पार्षद वार्ड 10 पर ध्यान न दें तो यहां कि स्थिति और भी बदतर हो जायेगी. किसी तरह का कोई विकास कुरैशी मुहल्ले में नहीं किया गया है. मोहम्मद माजिद, कुरैशी मुहल्लाअलाउद्दीन कुरैशी के घर से शरीफ कुरैशी के घर तक सांसद निधि से सड़क बनी है. अभी तक वार्ड के कुरैशी मुहल्ले में वार्ड पार्षद कुछ काम नहीं कराये हैं. वर्षों से जल संकट इस मुहल्ले में रहा है, लेकिन इसका हल नहीं निकाला गया.हैदल अली, कुरैशी मुहल्लाजामा मसजिद के पास सड़क पर बना नाली का ढक्कन टूट चुका है. हर दिन हादसा होता है. कभी साइकिल सवार तो कभी पैदल चलने वाले लोग नाली में गिर जाते हैं. वार्ड पार्षद को इसका जरा भी ख्याल नहीं. कई बार शिकायत की, पर कोई फायदा नहीं होता.ज्यानुल आबद्दीन, व्यवसायीवार्ड पार्षद द्वारा कई मुहल्ले में काम कराया गया, लेकिन कुरैशी मुहल्ला हमेशा की तरह उपेक्षित छोड़ दिया गया है. यहां कई जगहों पर नालियां नहीं बनी है. नल का अभाव है. पानी के लिए लोग झगड़ा करते हैं. ऐसी स्थिति में कोई कैसे वार्ड में रहे समझ में नही आता. नुमान, मुहल्लावासी——————–लगाये गये 20 एलइडी लाइट वार्ड-10 के पार्षद सह मुख्य पार्षद श्वेता गुप्ता के प्रतिनिधि शिव गुप्ता ने बताया कि वार्ड में बहुत से विकास कार्य कराये गये हैं. विभिन्न जगहों पर आठ चापाकल लगाये गये हैं. नगर पर्षद द्वारा 13 लाख रुपये से कुरैशी मुहल्ले में सड़क निर्माण कराया गया है. वहीं अंसारबाग में 12 लाख रुपये से पीसीसी व नाली निर्माण कराया गया है. फारूखी मुहल्ले में छह लाख रुपये से सड़क निर्माण का कार्य चल रहा है. मलिन बस्तियों में पांच सोलर लाइट लगाये गये व 20 एलइडी लाइट भी वार्ड में लगाये गये हैं. आगे की योजनाओं में भी मुहल्ले के विकास से संबंधित कार्य कराये जायेंगे.
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गंदगी के बीच वार्ड 10 के लोगों की कट रही जिंदगी
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