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शक्ति की भक्ति में श्रद्धालु लीन

अंबा (औरंगाबाद) : प्रखंड मुख्यालय अंबा में दुर्गा पूजा पंडालों की सज्जा देखते ही बन रही है. अंबा के नवीनगर रोड में सुरभी दुर्गा पूजा समिति द्वारा 60 फुट ऊंचा आकर्षक पंडाल का निर्माण कराया गया है. पंडाल के अंदर के भाग को भी आकर्षक रूप दिया गया है. औरंगाबाद रोड में श्री मां दुर्गा […]

अंबा (औरंगाबाद) : प्रखंड मुख्यालय अंबा में दुर्गा पूजा पंडालों की सज्जा देखते ही बन रही है. अंबा के नवीनगर रोड में सुरभी दुर्गा पूजा समिति द्वारा 60 फुट ऊंचा आकर्षक पंडाल का निर्माण कराया गया है.

पंडाल के अंदर के भाग को भी आकर्षक रूप दिया गया है. औरंगाबाद रोड में श्री मां दुर्गा पूजा समिति की ओर से बनाया गया पंडाल में ट्रेन दुर्घटना का चिंत्रण किया गया है.

मां के दर्शन के लिए भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी है. पूजा पंडाल के समीप में कई तरह की दुकानें सजी है. मां के दर्शन के लिए आये बच्चे खिलौने की दुकान देख कर लालायित हो रहे हैं और अपने अभिभावकों से खरीदने की जीद करते देखे जा रहे हैं. इधर प्रखंड क्षेत्र के ग्रामीण इलाकों में भी मां की प्रतिमा स्थापित कर पूजा की जा रही है. दुर्गा सप्तसती के पाठ, भजन व आरती से पूरा क्षेत्र भक्तिमय हो गया है.

महाराजगंज में भी आकर्षक पंडाल का निर्माण किया गया है. बिहार झारखंड के बोर्डर एरिया होने के कारण यहां पूजा में काफी अधिक भीड़ होती है. समिति के अध्यक्ष गणेश प्रसाद व संस्कृतिक मंत्री संदीप जायसवाल ने बताया कि 20 व 21 अक्तूबर को भक्ति जागरण का कार्यक्रम किया जा रहा है. 23 अक्तूबर की शाम मां की प्रतिमा विसर्जन की जायेगी. कुटुंबा में दुर्गा पूजा के साथ-साथ बाल संघ द्वारा काली पूजा भी की गयी है. जानकारी के अनुसार करमडीह, महसू, डुमरी, एरका, हडि़या, नरहर अंबा, परता, देवरा, झखरी, कझपा, बलिया, किशुनपुर, पतीला, जगदीशपुर, चिंतावन बिगहा, देवरिया, सूही, चनकप, सिमरी, रिसियप, वर्मा, दधपा, लभरी ,आरती, पिपरा बगाही, परसांवा आदि दर्जनों गांव में मां दुर्गा की पूजा की जा रही है.

नवीनगर प्रतिनिधि के अनुसार, शक्तिपीठ गजनाधाम में नवरात्रि को लेकर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी.

ऐसे तो यहां सालोभर भक्तों की भीड़ लगी रहती है, पर रामनवमी से लेकर चैत पूर्णिमा तक जनसैलाब उमड़ पड़ता है. इन दिनों नवरात्रि में भी वहां का दृश्य देखते ही बनता है. हजारों की संख्या में महिला-पुरुष हर रोज यहां पहुंचते हैं और मां का दर्शन कर पूजा-अर्चना के साथ मन्नत मांगते हैं. लोगों में ऐसी धारणा है कि यहां सच्चे मन से मांगी गयी हर मुराद पूरी होती है. यह धाम जिला मुख्यालय से 55 व प्रखंड मुख्यालय से 20 किलोमीटर दूर बिहार-झारखंड बार्डर दक्षिण-पश्चिम दिशा कररबार नदी तट पर अवस्थित है. मंदिर परिसर में एक चबूतरा पर शक्ति स्वरूपा मां की पूजा होती है. यहां देवासुर संग्राम के समय असुरो की सेना से देवताओं की सेना घिर गयी थी, तब देवी शक्ति ने असुरों का संहार किया था. ममतामयी मां ने पुलस्त ऋषि को गजानन रूप में दर्शन दिये. महर्षि ने इसी रूप में यहां विराजने का आग्रह किया, तब माता ने इस रूप का स्थान सुनिश्चित बताया. इसके बाद महर्षि के विशेष आग्रह पर देवी शक्ति के रूप मे यहां विराजमान हुई.

बताया जाता है कि गजनाधाम का सौंदर्यीकरण 20वीं शताब्दी में चंद्रगढ़ देवी मंदिर के पुजारी जगन्नाथ सिंह ने कराया. इस धाम से संबंधित कई मान्यताएं है. युद्ध के दौरान दुर्गा रूपी गौरा व इनकी सवारी हाथी तथा गजासुर तीनों की गर्जना का उप नाम गजनाधाम कहलाया.

हसपुरा प्रतिनिधि के अनुसार, हसपुरा बाजार के पुरानी दुर्गा मंदिर, पटेल चौक, रेफरल अस्पताल प्रांगण में मां दुर्गा का पट खुलते ही महा गौरी की पूजा-अर्चना को लेकर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी. अष्टमी तिथि को श्रद्धालुओं ने मां दुर्गा की महागौरी मां के रूप में पूजा-अर्चना की. महागौरी की पूजा-अर्चना में महिलाओं की भीड़ देर रात तक लगी रही. भारी संख्या में महिलाएं आरती में शामिल होकर भक्ति भरा गीतों के साथ महागौरी की आरती उतारी.

रेफरल अस्पताल प्रांगण में डाॅ मीना राय व मंटु राम के नेतृत्व में पूजा लगातार कई वर्षों से हो रहा है. स्थानीय लोगों के सहयोग से श्रद्धालुओं को पूजा-अर्चना में परेशानी नहीं होती है. दक्षिण मुहल्ला के दीपक कुमार, रंजन कुमार, राहुल कुमार, मंडल कुमार, संजय कुमार ने पूजा में बढ़-चढ़ कर सहयोग कर रहे हैं. रेफरल अस्पताल प्रांगण में भव्य पंडाल के अंदर मां दुर्गा के सभी नौ रूप विराजमान हैं. उनके दर्शन के लिए लगभग 100 फुट गुफा के अंदर से गुजर कर श्रद्धालुओं परिवार की सुख-समृद्धि का आशीर्वाद मांग रहे हैं.

गुफा को आकर्षक लाइट से सजाया गया है. लाइट से ऐसी रोशनी निकलती है जिससे हजारों वर्ष पुरानी गुफा नजर आता है. हसपुरा इलाका में गुफा से गुजर कर पूजा करने जाने में आकर्षण का केंद्र बना हुआ है. काफी संख्या में गुफा देखने के लिए लोग पहुंच रहे है.

उधर, गोह प्रखंड के भुरकुंडा गांव के समीप मरहीधाम में मां सिंहवाहिनी की मंदिर में नवरात्र की पूजा-अर्चना 21 अक्तूबर को संपन्न होगी. इसकी जानकारी आचार्य पंडित लाल मोहन शास्त्री ने दी. उन्होंने बताया कि मगध की धरती पर मरहीधाम में मां सिंहवाहिनी की पूजा होती है. नौ दिनों तक अलग-अलग रूपों में सिंहवाहिनी की पूजा में श्रद्धालु बड़ी संख्या में भाग लेते हैं. पूजा में प्रखंड के अलावे दूर-दूर से श्रद्धालु पहुंचते हैं. अंतिम दिन 21 अक्तूबर को भक्तों की भीड़ उमड़ जाती है.

बारुण प्रतिनिधि के अनुसार, मंगलवार को मंत्रोच्चार के साथ महागौरी की पूजा-अर्चना की गयी. बारुण मुख्यालय में दुर्गा पूजा को लेकर एक महीना पहले से ही तैयारी चल रही थी. दुर्गा क्लब, आजाद युवा मंच, युवा क्लब, नवरात्र पूजा समिति व सोननगर रेलवे स्टेशन के समीप नवरात्र को लेकर काफी भीड़ देखने को मिल रही है.

दाउदनगर प्रतिनिधि के अनुसार, दुर्गा पूजा को लेकर पूरा माहौल भक्तिमय बना हुआ है. पूजा पंडालों में स्थापित मां दुर्गा की प्रतिमा के दर्शन हेतु श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी है.

सुबह से ही पूजा पंडालों में दर्शन हेतु श्रद्धालुओं पहुंचने लगे, जो रात तक जारी रहा. श्रद्धालुओं ने पूजा पंडालों में पहुंच कर मां की पूजा-अर्चना की और प्रसाद ग्रहण किया. सभी पूजा समितियों द्वारा आकर्षक रोशनी व भव्य सजावट का प्रबंध किया गया है. बाजार में चहल-पहल बढ़ी हुई है. ग्रामीण क्षेत्रों से भी काफी संख्या में श्रद्धालु मंगलवार को पहुंचे और मां की पूजा-अर्चना की. सूर्य मंदिर तालाब के पास न्यू छात्र यूनियन क्लब द्वारा भव्य पंडाल का निर्माण कर मां दुर्गा की प्रतिमा स्थापित की गयी है. इसके अलावे मौलाबाग, धनकुटा बाजार, मुख्य बाजार, पटवा टोली, कसेरा टोली, पुराना शहर, चुड़ी बाजार समेत अन्य इलाकों व ग्रामीण क्षेत्रों में मां दुर्गा की प्रतिमा स्थापित कर पूजा अर्चना की जा रही है. नवरात्र पूजा के अवसर पर इस वर्ष हनुमान मंदिर को विशेष रूप से सजाया गया है.

महावीर मंदिर कमेटी के सदस्य पप्पू गुप्ता ने बताया कि हनुमान मंदिर के पहले तल्ले पर स्थित मां दुर्गा की मूर्ति को भी फूलों से सजाया गया है. इस बार मंदिर कमेटी द्वारा मंदिर एलइडी बल्ब से सजाया गया है, जिसके कारण रात में मंदिर का दृश्य काफी सुंदर दिखाई दे रहा है. नवमी के दिन मंदिर कमेटी द्वारा 51 कुवांरी कन्याओं को भोजन कराया जायेगा. इस वर्ष पूरे नवरात्र के दौरान शाम में विशेष आरती का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें काफी संख्या में श्रद्धालु जुटे रहे हैं.

ओबरा प्रतिनिधि के अनुसार, प्रखंड मुख्यालय स्थित देवी मंदिर में नवरात्र के मौके पर श्रद्धालुओं ने सुबह से ही कतार में लग कर मां भगवती के दर्शन किये. देवी मंदिर को कमेटी के सदस्यों द्वारा काफी आकर्षक ढंग से सजाया गया है. प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी धूमधाम के साथ पूजा-अर्चना करायी जा रही है. संस्था के सचिव सुशील कुमार शौंडिक ने बताया कि वाराणसी के विद्वानों से दुर्गा पाठ कराये जा रहे है.

प्रखंड के विभिन्न गांवों से पहुंच कर श्रद्धालु मां भगवती के दरबार में पहुंच रहे हैं. शाम साढ़े छह बजे मां भगवती की आरती में काफी श्रद्धालु भाग लेते हैं. नवमी व दशमी तिथि को श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए कतारबद्ध व्यवस्था की गयी है .

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