औरंगाबाद (कोर्ट) : ओड़िशा व पश्चिम बंगाल के समुद्र तटों से उठनेवाले चक्रवाती तूफान की आशंका को देखते हुए जिला प्रशासन तैयार रहा.डीएम अभिजीत सिन्हा ने शनिवार को तूफान उठने की आशंका के मद्देनजर शुक्रवार को ही आपदा प्रबंधन की तैयारियों की समीक्षा की थी. जिला स्तर से लेकर प्रखंड स्तर तक के पदाधिकारियों को आवश्यक निर्देश देते हुए किसी भी आपदा से निबटने के लिए तैयार रहने की बात कही गयी थी.
हालांकि, शनिवार को तूफान आने की कोई सूचना नहीं मिली. फिर भी, पूरे दिन जिला प्रशासन तैयार दिखा. जिला प्रशासन की ओर से पूर्व में ही लोगों की सहायता के लिए हेल्प लाइन नंबर जारी किये गये हैं. ताकि लोग किसी भी आपदा की जानकारी प्रशासन से सके या वे भी इससे संबंधित जानकारी प्रशासन तक पहुंचा सके.
डीएम के द्वारा पूरे जिलावासियों से भी इस दौरान एहतियात बरतने की अपील की है.
उल्लेखनीय है कि डीएम ने आपदा प्रबंधन की तैयारियों की समीक्षा के बाद सभी बीडीओ और सीओ को निर्देश दिया था कि वे पंचायत प्रतिनिधियों के माध्यम से लोगों को बचाव संबंधित जानकारी दें. इसके अलावे सदर अस्पताल में चिकित्सा व्यवस्था का चुस्त रखने का भी निर्देश सिविल सजर्न को दिया गया था.
प्रखंड स्तर पर नियंत्रण कक्ष राउंड द क्लॉक सक्रिय करने का निर्देश दिया गया है. पंचायत एवं अन्य जनप्रतिनिधियों का संपर्क नंबर भी उपलब्ध रखने का निर्देश दिया गया है. प्रभारी आपदा पदाधिकारी ने बताया कि जिले में चक्रवात आने की संभावना नहीं है. फिर भी, सोनतटीय इलाकों सहित पूरे जिले की जानकारी पर नजर रखी जा रही है. यदि कहीं से भी कोई जानकारी मिलती है, तो तुरंत राहत कार्य मुहैया कराया जायेगा. जिले में एनडीआरएफ की टीम को भी सक्रिय रखा गया है, ताकि वे भी तूफान की सक्रियता पर नजर रखें.