औरंगाबाद : जैसे–जैसे दुर्गापूजा नजदीक आती जा रही है, लोगों में उत्साह बढ़ता जा रहा है. इस बार पूजा समितियों द्वारा कुछ नया करने का प्रयास किया जा रहा है, ताकि श्रद्धालु मां का दर्शन करने आये, तो उनका रोम–रोम रोमांचित हो जाये. हर बार एक ही डिजाइन से पंडाल बना कर पूजा समिति भी बोर महसूस करने लगी है.
श्रद्धालु भी बार–बार एक ही तरीके से बनाये गये पंडाल को देख कर ऊब चुके हैं. ऐसे में परिवर्तन संसार का नियम है. दशहरा की तैयारी जोर शोर से चल रही है. अधिकांश जगहों पर केदारनाथ का भव्य मंदिर या प्राकृतिक आपदा के दौरान हुए क्षति का दृश्य पंडालों के बाहर या अंदर उकेरा जा रहा है.
औरंगाबाद शहर का प्रतिष्ठित पूजा समिति मां भारती क्लब ने इस बार कुछ नया करने का निर्णय लिया है. रमेश चौक के समीप बनाये जा रहे पूजा पंडाल को भव्य रूप दिया जा रहा है.
राजस्थान के एक भव्य मंदिर का स्वरूप तैयार किया जा रहा है. पंडाल का निर्माण कुशल कारीगरों के देखरेख में किया जा रहा है. साढ़े तीन लाख रुपये सिर्फ पूजा पंडाल पर खर्च किये जायेंगे. रमेश चौक से सब्जी मंडी व गेट स्कूल तक सड़क के दोनों तरफ डेकोरेशन लगायी जायेगी.
पंडाल में पूजन व दर्शन के लिए पहुंचनेवाले महिला व पुरुष श्रद्धालुओं के लिए अलग लेन की व्यवस्था की जायेगी. मां भारती क्लब के सदस्य सफलतापूर्वक पूजा संचालन के लिए कटिबद्ध है. समिति की माने तो पूजा पंडाल के अंदर उत्तराखंड के केदारनाथ में प्राकृतिक आपदा से हुई भारी तबाही का दृश्य उकेरा जायेगा. मां दुर्गा के साथ–साथ अन्य देवी देवताओं की प्रतिमा जंगल, झरना और पहाड़ों के बीच होगी.