औरंगाबाद (नगर): पिछले 15 दिनों से चल रही तेज गरम हवाओं व आसमान से बरस रही आग के सामान सूर्य की किरणों से जिले में अगलगी की घटनाओं में काफी वृद्धि हुई है. अब तक तीन दर्जन से अधिक घर जल कर राख हो गये हैं. आधा दर्जन पशु की मौत हो चुकी है. लाखों रुपये का नुकसान हुआ है. लेकिन जिले के दमकल विभाग की स्थिति यह है कि जब कहीं से अगलगी की घटना होने से संबंधित सूचना प्राप्त होती है, तो विभाग में कार्यरत पदाधिकारी व सिपाही की सांसें फूलने लगती है. क्योंकि, दमकल विभाग के पास आग पर काबू पाने के लिए दम नहीं है. इस विभाग के पास तीन दमकल वाहन उपलब्ध हैं.
लेकिन एक वाहन पर जितने दमकल कर्मियों की जरूरत है, उतना उपलब्ध नहीं है. अगलगी की घटना घटने पर लोग दमकल विभाग को तो सूचना दे ही देते हैं और इसके बाद खुद काबू पाने की कोशिश में जुट जाते हैं. होता यह है कि दमकल आग बुझने के काफी देर बाद पहुंची है. इसके कारण कहीं-कहीं पर दमकल विभाग के पदाधिकारियों को आक्रोश का सामना भी करना पड़ता है. चार दिन पहले नगर थाना क्षेत्र के न्यू एरिया मुहल्ला में वीमॉर्ट की गली में कौशल्या भवन में जेइ के मकान में अगलगी की घटना घटी थी. घटना की सूचना तत्काल दमकल विभाग को दिया गया था.
लेकिन विलंब से दमकल पहुंचने के कारण लगभग 15 लाख रुपये की संपत्ति जलकर राख हो गयी थी. ऐसी घटना हर दिन हो रही है. क्योंकि विभाग के पास कर्मचारियों की भारी कमी है. लेकिन अधिकारी को सुध नहीं ले रहे हैं. विभाग की स्थिति होमगार्ड जवानों की हड़ताल से ज्यादा खराब हो गयी है. फिलहाल औरंगाबाद दमकल विभाग में तीन व दाउदनगर में एक कर्मचारी के भरोसे आग पर काबू पाने की जिम्मेवारी है. जबकि, जिले की आबादी 25 लाख है. इसमें 1850 गांव व 1250 टोले हैं.
होमगार्ड जवानों की हड़ताल से बढ़ी परेशानी
ग्रामीण क्षेत्रों में होनेवाली अगलगी की घटना पर काबू पाने के उद्देश्य से विभाग द्वारा जिले के नवीनगर, बारुण, रफीगंज, दाउदनगर शहर में दमकल वाहन उपलब्ध कराया गया है. लेकिन इन जगहों पर दमकल चलाने के लिए होमगार्ड जवानों को ड्यूटी पर लगाया गया था. पर, मांगों को लेकर होमगार्ड के जवान पिछले 11 दिन से हड़ताल पर हैं. इसके कारण दमकल वाहन थाने में पूर्ण रूप से खड़ी है. इन क्षेत्रों में अगलगी की घटना होने पर जिला मुख्यालय से दमकल भेजा जा रहा है.