सुराह गांव का बिजली कनेक्शन काटे जाने पर विस्थापित किसान-मजदूर हुए उग्र
नवीनगर (औरंगाबाद) : बीआरबीसीएल एनटीपीसी मुख्य गेट को जाम कर सोमवार को सैकड़ों ग्रामीणों ने धरना-प्रदर्शन किया. धरना-प्रदर्शन में सुरार, पिरौटा, एगहारा, केरका, खदहा, खैरा, ङिाकटिया मांगाबार, धुधुंआ सहित नौ गांवों के विस्थापित प्रभावित किसान-मजदूर शामिल थे. किसान धनंजय कुमार सिंह, भोला यादव, गुड्डू सिंह, रामाधार पासवान, विकास कुमार, पप्पू कुमार आदि ने कहा कि किसानों की परियोजना हेतु अधिग्रहण किया गया है.
परियोजना के प्रबंधक द्वारा विस्थापित प्रभावित गांवों को बिजली, शिक्षा, पानी, चिकित्सा, सड़क आदि का नि:शुल्क सुविधा मुहैया कराने का शर्त जैसी नीति बनायी गयी है. इसके बावजूद परियोजना पदाधिकारियों द्वारा सुरार गांव का बिजली कनेक्शन बिना सूचना दिये रविवार से काट दिया गया है. इससे गांववाले अंधेरे में रहे. बिहार स्थापना दिवस को भी इस गांव के लोगों ने अंधेरे में ही मनाया. आम जनों के साथ-साथ पशुओं की भी स्थिति पेयजल के बिना दयनीय हो गयी है. गांव का जल स्तर काफी नीचे चले जाने के कारण कई चापाकल भी बंद पड़े हुए है.
विवश हो कर किसान-मजदूरों को धरना-प्रदर्शन का रुख अख्तियार करना पड़ा. परियोजना गेट को जाम कर अधिकारी व कार्य करनेवाले कर्मचारियों को भी घंटों बाहर रोक कर रखा. लगभग तीन घंटे तक परियोजना में कार्य भी बाधित रहा. मामले को परियोजना अधिकारी एचआर विभाग के नवनीत कुमार, केके राय, बड़ेम ओपी प्रभारी थानाध्यक्ष पवन कुमार, खैरा के ब्रजेश कुमार, नरारी थानाध्यक्ष के साथ विस्थापित प्रभावित किसान मजदूरों ने वार्ता कर मामले को जैसे- तैसे निबटाया.
अधिकारियों ने कहा कि अत्यधिक लोड पड़ने की वजह से कुछ देर के लिए बिजली कनेक्शन को काटा गया था. ग्रामीणों को हीटर नहीं जलाने व अत्यधिक लोड नहीं देने की बात कह पुन: बिजली कनेक्शन जोड़ने का निर्देश दिया गया. इस मौके पर पूर्व जिला पार्षद नरेश पाल, पंचायत समिति सदस्य रीता देवी, शत्रुधन कुमार सिंह, दीपक यादव, मिथिलेश यादव, उपेंद्र राम सहित अन्य मौजूद थे.