औरंगाबाद कार्यालय : औरंगाबाद के रफीगंज व हसपुरा में विद्यालय के चापाकल से पानी पी कर शिक्षक और बच्चे को बीमार पड़ने का जो मामला प्रकाश में आया है. इसमें अभी तक कहीं से प्रमाणित नहीं हुआ है कि इन लोगों द्वारा जिस चापाकल का पानी पिया गया वह दूषित था.
ऐसे में यह कहना कोई गलत नहीं होगा कि बीमार होने के पीछे अफवाह फैलानेवाले का यह सब खेल है और इससे अफवाह की बीमारी फैल गयी है, जो स्कूली बच्चों के साथ–साथ समाज के लिए भी घातक बनता जा रहा है.
ऐसे में प्रशासन को सतर्कता बरतते हुए अफवाह फैलाने वालों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की आवश्यकता महसूस की जा रही है.
क्योंकि, अभी तक देव, रफीगंज और हसपुरा प्रखंड के एक–एक विद्यालय के बारे में अफवाह फैलायी गयी और प्रशासन कार्रवाई नहीं करती है तो इस तरह की अफवाह फैलाने की पुनरावृत्ति होती रहेगी और स्कूल जाने वाले बच्चे इसका भुक्तभोगी होते रहेंगे.