कार्यकर्ता सम्मेलन की अध्यक्षता मंच के जिला संयोजक रवींद्र कुमार सिंह व देखरेख जयनेंद्र सिंह ने की. सम्मेलन में सवर्णो को एकजुट होने का आह्वान किया गया. प्रदेश संयोजक विज्ञान स्वरूप सिंह ने कहा कि समाज में आज सवर्ण जाति के लोग भी गरीब, पिछड़े व साधानहीन हैं. फिर इन्हें आरक्षण के दायरे में क्यों नहीं रखा जा रहा है.
आर्थिक रूप से कमजोर सवर्ण जाति के लोग सरकार की सुविधाओं का लाभ नहीं उठा पा रहे हैं. जबकि मुगलों से लेकर अंगरेजों तक को खदेड़नेका काम महाराणा प्रताप, पृथ्वी राज चौहान व वीर कुंवर सिंह ने किया. देश को आजादी दिलाने में सवर्ण जातियों की महत्वपूर्ण भूमिका रही. प्रदेश संयोजक ने कहा कि बिहार की राजनीति में सवर्ण समाज की सहभागिता अधिक नहीं है. आर्थिक रूप से भी हमारा समाज अधिक संपन्न नहीं है.
आखिर क्यों? हमें एकजुट होना होगा. जिस तरह हमारे पूर्वजों ने भारत को स्वतंत्रता दिलायी, उसी तरह हमें भी एकजुट होकर देश को भयमुक्त और समान सहभागिता का माहौल बनाना होगा, ताकि सभी जाति से ताल्लुक रखने वाले गरीबों को एक समान सुविधा मिल सके. प्रदेश सह संयोजक राकेश कुमार उर्फ पप्पू सिंह ने कहा कि चितौड़ गढ़ के नाम से प्रसिद्ध इस भूमि के पूर्वजों की कुरबानी को हमें भुलाना नहीं होगा. सम्मेलन को ब्रजेंद्र कुमार सिंह, अखिलेश प्रसाद सिंह, डॉ सौरभ, प्रशांत कुमार, मिथिलेश सिंह ने भी संबोधित किया.