औरंगाबाद (नगर) सड़क दुर्घटना में 58 वर्षीय महिला सरस्वती देवी व 30 वर्षीय युवक शैलेंद्र कुमार सिंह की मौत ने गांव से खींच कर औरंगाबाद लायी थी. दोनों घर से एक साथ निकले थे और रिश्तेदार के घर घरेलू सामान लेकर आ रहे थे. लेकिन, ईश्वर को कुछ और मंजूर था. उन्हें रिश्तेदार के घर पहुंचने के महज आधा किलोमीटर पहले ही मौत ने अपने आगोश में ले लिया.
मौत की सूचना जब मृतका के पास से बरामद मोबाइल से कुछ लोगों ने उनके पति रामनरेश सिंह को दी तो वह बिलखते हुए सीधे सदर अस्पताल पहंुचे. सदर अस्पताल में पत्नी व भतीजे के शव को देख कर हतप्रभ रह गये. किसी तरह अपने आप को संभालते हुए पुलिस के समक्ष पहुंचे और दोनों के बारे में विस्तार पूर्वक बताया.
जब पुलिस वालों ने मृतका के शरीर से जेवरात निकालने के लिए कहा तो इन्होंने कहा कि अब मेरा घर उजड़ गया. मैं यह नहीं सोचा था कि पलक झपक ते ही घर उजड़ जायेगा. इधर घटनास्थल पर कुछ प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि बस काफी गति में थी, जिसके कारण उसने काफी जोरदार टक्कर रिक्शा में मारी. जब रिक्शा में टक्कर हुई तो रिक्शा पर बैठे दोनों काफी ऊपर उछल गये थे. यही कारण रहा कि दोनों की मौत घटनास्थल पर ही हो गयी. पुलिस ने दोनों के शव को पोस्टमार्टम कराने के उपरांत परिजनों को सौंप दिया.