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Thursday, March 28, 2024

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तुलसी विवाह आज, 10 दिन बाद से शुरू हो जायेंगे शुभ काम

औरंगाबाद नगर : शुक्रवार को जिले में देवोत्थान एकादशी (तुलसी विवाह) मनायी जायेगी. गुरुवार को इसको लेकर बाजार में खरीदारी को ग्राहकों की भीड़ उमड़ी. पूजन सामग्री से लेकर ईख आदि की खूब बिक्री हुई. देवोत्थान एकादशी के बाद करीब 10 दिन बाद यानी 19 नवंबर से शादी-ब्याह का शुभ मुहूर्त शुरू हो जायेगा. देवोत्थान […]

औरंगाबाद नगर : शुक्रवार को जिले में देवोत्थान एकादशी (तुलसी विवाह) मनायी जायेगी. गुरुवार को इसको लेकर बाजार में खरीदारी को ग्राहकों की भीड़ उमड़ी. पूजन सामग्री से लेकर ईख आदि की खूब बिक्री हुई. देवोत्थान एकादशी के बाद करीब 10 दिन बाद यानी 19 नवंबर से शादी-ब्याह का शुभ मुहूर्त शुरू हो जायेगा.

देवोत्थान एकादशी के दिन तुलसी विवाह कराने की भी परंपरा है. इसके साथ ही इसी दिन से चार महीनों से रुके शुभ कार्य भी प्रारंभ हो जायेंगे. देव के केताकी निवासी ज्योतिषाचार्य पंडित सतीश कुमार पाठक ने बताते हैं कि देवोत्थान एकादशी को भगवान विष्णु योग निद्रा से जागते हैं. इसके साथ ही लग्न का शुभ मुहूर्त भी शुरू हो जाता है. शुक्रवार को देवोत्थान एकादशी पर तुलसी विवाह के साथ ही शुभ कार्यों पर लगी रोक हट जायेगी.
19 नवंबर से लेकर 12 दिसंबर तक मिथिला पंचांग के अनुसार 12 और बनारसी पंचांग के मुताबिक 15 शुभ वैवाहिक लग्न मुहूर्त है. उन्होंने बताया कि सूर्य के कर्क राशि से वृश्चिक राशि में प्रवेश करने के साथ ही खरमास समाप्त हो जाता है. इस गोचर के बाद सभी शुभ कार्य, जैसे शादी-विवाह, उपनयन, मुंडन और गृह प्रवेश आदि शुरू हो जायेंगे.
ऐसे तय होते हैं शुभ लग्न-मुहूर्त
शादी के शुभ लग्न व मुहूर्त निर्णय के लिए वृष, मिथुन, कन्या, तुला, धनु एवं मीन लग्न में से किसी एक का होना जरूरी है. वहीं, नक्षत्रों में से अश्विनी, रेवती, रोहिणी, मृगशिरा, मूल, मघा, चित्रा, स्वाति, श्रवण, हस्त, अनुराधा, उत्तरा फाल्गुन, उत्तरा भद्र व उत्तरा आषाढ़ में किसी एक का रहना जरूरी है. अति उत्तम मुहूर्त के लिए रोहिणी, मृगशिरा या हस्त नक्षत्र में से किसी एक की उपस्थिति रहने पर शुभ मुहूर्त बनता है. उन्होंने बताया कि यदि वर और कन्या दोनों का जन्म ज्येष्ठ मास में हुआ हो तो उनका विवाह ज्येष्ठ में नहीं करना चाहिए. विवाह माघ, फाल्गुन, वैशाख, ज्येष्ठ, आषाढ़ एवं अगहन मास में हो तो अत्यंत शुभ माना जाता है.
कब है वैवाहिक शुभ मुहूर्त
बनारसी पंचांग (महावीर पंचांग) के अनुसार नवंबर में 19, 20, 21, 22, 23, 24, 25, 28, 29, 30
दिसंबर में 5, 6, 7, 11, 12
मिथिला पंचांग (विश्वविद्यालय पंचांग) के मुताबिक
नवंबर में 20, 22, 24, 27, 28, 29
दिसंबर में 1, 2, 6, 8, 11, 12
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