औरंगाबाद नगर : पंजाब नेशनल बैंक के अधिकारियों ने मंगलवार को शहर के दो बड़े बकायेदारों के मकान को सील कर दिया. यह कार्रवाई सरफेसी एक्ट के तहत की गयी है. शहर के रामराज्य नगर मुहल्ला निवासी पुष्पा सिन्हा, पति नागेंद्र प्रसाद सिन्हा के तीन मंजिला मकान में लगे ताले को तोड़ कर बैंक अधिकारियों ने अपना कब्जा जमाते हुए पूरे मकान को सील कर दिया है. जानकारी देते हुए मंडल कार्यालय के मुख्य प्रबंधक जनार्दन कुमार ने बताया कि पुष्पा सिन्हा द्वारा आठ सितंबर 2015 को 40 लाख रुपये का ऋण पंजाब नेशनल बैंक की शाखा नवीनगर द्वारा दिया गया था. इनके द्वारा ऋण के रूप में लिये गये रुपये व शर्त के अनुसार पैसा जमा नहीं कर रहे थे. इसके कारण बैंक द्वारा कई बार नोटिस दिया गया. इसके बावजूद पुष्पा सिन्हा बैंक को ऋण चुकता नहीं कर रही थी, जो बढ़ कर अब ब्याज सहित 50 लाख रुपये हो गया है, जिसके कारण सरफेसी एक्ट के तहत मकान को जब्त कर लिया गया है.
यहां पर कब्जा जमाने के बाद बैंक अधिकारी सिन्हा कॉलेज के समीप बने सुरेंद्र सिंह निवासी गंगटी के मकान को जब्त करते हुए सील कर दिया. सुरेंद्र सिंह ने पंजाब नेशनल बैंक पुराने जीटी रोड से 15 लाख रुपये का ऋण 21 मई 2016 को लिया था. उनके द्वारा भी बैंक को ऋण नहीं भुगतान किया गया, जिसके कारण मकान को बैंक ने जब्त कर लिया. इधर मुख्य प्रबंधक ने बताया कि दोनों बड़े बकायेदारों के मकान को बैंक ने अपने कब्जे में ले लिया है. एक सप्ताह का समय दोनों बकायेदारों को दिया गया है
कि ऋण वापस कर दें अन्यथा दोनों का मकान नीलाम कर दिया जायेगा. उन्होंने आगे कहा कि जल्द ही और बड़े बकायदारों की संपत्ति जब्त करने की कार्रवाई की जायेगी. बैंक लोगों को इसलिए ऋण देती है कि अपना घर मकान बनाने के साथ-साथ व्यवसाय कर सके और समय पर ऋण चुकता कर दें, लेकिन लोग बैंक द्वारा लिये गये ऋण को अपना पैसा समझ लेते हैं, जिसके कारण मजबूर होकर कार्रवाई करना पड़ता है. इस दौरान बैंक के वरीय प्रबंधक जनार्दन प्रसाद, औरंगाबाद शाखा के मुख्य प्रबंधक विजय कुमार ,अधिवक्ता अंजनी प्रसाद, सदर अंचलाधिकारी प्रेम कुमार,राजस्व कर्मचारी रामलगन प्रसाद, नगर थाना के दारोगा मनोज राम सहित भारी संख्या में पुलिस बल मौजूद थे.