औरंगाबाद कार्यालय : सदर अस्पताल में लगातार हो रही गड़बड़ी और मरीजों के इलाज में हो रही परेशानी को दूर करने के उद्देश्य से सिविल सर्जन अमरेंद्र झा ने बुधवार को डॉक्टरों व कर्मियों की क्लास लगायी. लगभग ढाई घंटे तक चली बैठक में उपाधीक्षक व अस्पताल प्रबंधक सहित कई कर्मियों को फटकार लगायी. सीएस ने दो टूक में प्रबंधक हेमंत राजन को कहा कि रोस्टर में गड़बड़ी किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं होगी. अगर काम करने की इच्छा हो तो ईमानदारी से की जाये अन्यथा अपनी जगह तलाश सकते हैं.
बैठक के दौरान उपाधीक्षक डॉ राजकुमार प्रसाद ने स्पष्ट तौर पर कहा कि ओपीडी में समय पर डॉक्टर नहीं पहुंचते हैं. महिला डॉक्टर फोन नहीं उठाती. डॉक्टरों और कर्मचारियों के बीच आपसी तालमेल नहीं है. प्रसव वार्ड से मरीजों से पैसे की उगाही करने और दलाली से मरीज को दूसरे जगह पहुंचाने की शिकायत मिलती रहती है. इस पर सिविल सर्जन ने कहा कि 24 घंटे के भीतर अस्पताल दलालों से मुक्त हो. सीएस ने कहा कि सभी डॉक्टर व कर्मचारी आपसी तालमेल व पूरी ईमानदारी के साथ काम करें,
ताकि सदर अस्पताल का पुराना गौरव फिर से बहाल हो सके. इस मौके पर डीपीएम कुमार मनोज, डॉ विनय कुमार, डॉ कुमार महेंद्र प्रताप, डॉ लालसा सिन्हा, डॉ निर्मला कुमारी, डॉ मणि कुमारी, डॉ विकास कुमार, डॉ अंकुर प्रकाश, डॉ आशुतोष, डॉ सुनील कुमार, डॉ आरबी चौधरी, डॉ सुजीत मनोहर, डॉ संतोष कुमार, महिला काउंसिलर उर्वशी व कुणाल कुमार आदि मौजूद थे.