औरंगाबाद नगर : अबतक का सबसे बड़ा चंद्रग्रहण 27 जुलाई को लगेगा. इस दौरान चंद्रमा चार घंटे तक ग्रहण की काली छाया में रहेंगे. यह इस साल का सबसे बड़ा और पहला चंद्रग्रहण होगा. वहीं, 11 अगस्त को सूर्य ग्रहण भी लगेगा. ज्योतिष विशेषज्ञ पंडित सतीश पाठक ने बताया कि इस बार 28 जुलाई से सावन का शुभारंभ होगा और 26 अगस्त को रक्षाबंधन के साथ समाप्त होगा. इस दौरान भगवान भोलेनाथ का रुद्राभिषेक शोक, पाप, कष्ट, रोग से मुक्ति दिलायेगा. सावन में श्वेत मदार शिव को सबसे प्रिय होता है. भांग और धतूरा से महादेव पूजे जायेंगे. सावन को प्रकृति का आह्वान माना गया है.
इस महीने में सनातन धर्म के लोग कांवर यात्रा व जलाभिषेक आदि करते हैं. 15 जून से शादी-विवाह जैसे मांगलिक कार्य शुरू हुए. जुलाई में शादी के लिए पांच दिन शुभ हैं. अगस्त से नवंबर तक शादी-विवाह का लग्न नहीं है. दिसंबर में भी विवाह का खास लग्न नहीं है. जुलाई के बाद अब सीधे जनवरी में ही शहनाई की गूंज सुनाई देगी. जुलाई में छह, सात, आठ और 10 तारीख को लग्न है. उसके बाद जनवरी 2019 में नौ, फरवरी में 11 व मार्च में पांच मुहूर्त हैं.
चंद्रग्रहण के दौरान चंद्रमा करीब चार घंटे के लिए धरती की छाया में आ जायेंगे. रात 11:54 से शुरू होने वाला चंद्रग्रहण 1:52 बजे उगृण होगा, जबकि 3.49 बजे पूर्ण रूप से ग्रहण से मुक्ति मिलेगी. यह ग्रहण सदी का सबसे लंबा ग्रहण होगा, जो करीब चार घंटे 43 मिनट का होगा. इस दौरान चांद रक्त (ब्लड मून) के जैसा दिखेगा. इस पूर्ण चंद्रग्रहण का नजारा भारत समेत दुबई, अफ्रीका, मिडिल ईस्ट और दक्षिण एशिया में खुली आंखों से देखा जा सकेगा.