औरंगाबाद नगर : विश्व तंबाकू निषेध दिवस सिर्फ एक आयोजन नहीं है, बल्कि इसमें शामिल होकर समाज को तंबाकू जनित बीमारियों से बचाना होगा. उक्त बातें व्यवहार न्यायालय परिसर में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह के दौरान जिला जज बलराम दूबे ने कहीं. जिला जज ने कहा कि तंबाकू का सेवन भारत वर्ष में अधिक लोग […]
औरंगाबाद नगर : विश्व तंबाकू निषेध दिवस सिर्फ एक आयोजन नहीं है, बल्कि इसमें शामिल होकर समाज को तंबाकू जनित बीमारियों से बचाना होगा. उक्त बातें व्यवहार न्यायालय परिसर में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह के दौरान जिला जज बलराम दूबे ने कहीं. जिला जज ने कहा कि तंबाकू का सेवन भारत वर्ष में अधिक लोग करते हैं, जिससे उन्हें मुंह का कैंसर, अल्सर, फेफड़े का कैंसर व दिल की बीमारी हो जाती है और ज्यादा समय तक जिंदा नहीं रह पाते.
इसलिए शपथ के माध्यम से न्यायिक पदाधिकारी व कर्मी को कहा गया कि तंबाकू का सेवन नहीं करें और जो लोग सेवन करते हैं, उन्हें भी तंबाकू छोड़ने के लिए कहे. जब देश के नागरिक ऐसा करना शुरू कर देंगे तो आनेवाला पीढ़ी तंबाकू का नाम तक नहीं जान पायेगी. जिला जज ने कहा कि नशा से मनुष्य के शरीर में नुकसान के अलावा कुछ नहीं है. इसके लिए सभी लोगों को जागरूक होना होगा. शराबबंदी से काफी फायदा हुआ है. जिला जज ने कहा कि प्रतेयक वर्ष तंबाकू सेवन करने से 60 लाख लोगों की मौत होती हैं. इस मौके पर एडीजे निखिलेश कुमार त्रिपाठी, प्रदीप कुमार श्रीवास्तव, सीजीएम संतोष कुमार पांडेय,जिला विधिक संघ अध्यक्ष रसिक बिहारी सिंह सहित अन्य लोग उपस्थित थे.
धीरे-धीरे छोड़ें लत, डायरी करें मेंटेन
सभी मित्रों, परिचितों को बता दें कि आपने नशा छोड़ दिया है, ताकि वे आपको नशा करने के लिए बाध्य न करें. डायरी लिखें कि आप कब और कितनी मात्रा में नशा करते हैं. क्या कारण है जो आपको नशा करने के लिए प्रेरित होते हैं. अपने पास सिगरेट, गुटखा, तंबाकू व माचिस आदि रखना छोड़ दें . खान पान व लाइफ स्टाइल में सुधार करें. नशा छोड़ने के आयुर्वेदिक तरीके/आयुर्वेदिक वेज तो क्विंट तंबाकू 50 ग्राम सौंफ व इतनी ही मात्रा में अजवायन लेकर तवे पर भुने, थोडा नींबू का रस व हल्का काला नमक डाल लें.
एक डब्बी में रखकर अपनी जेब में रख लें. जब भी सिगरेट व तम्बाकू आदि की तलब लगे तो कुछ दाने मुंह में रख लें व चबाते रहे. इससे तलब कम होगी. एक पुड़िया में सूखे आंवले के टुकड़े, इलायची, सौंफ व हरड के टुकडे रखें, ताकि जब तलब लगे तो कुछ टुकडे मुंह में रखें और चबाते रहें. इनसे तलब (क्रेविंग) तो कम होती ही साथ ही खट्टी डकार, भूख न लगना व पेट फूलने में आराम मिलता है.